यह फेस्टिवल वित्तीय प्रौद्योगिकी पर विश्व का सबसे बड़ा कार्यक्रम है. इसकी शुरुआत वर्ष 2016 में हुई. यह इसका तीसरा सालाना आयोजन है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन से इतर सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग से मुलाकात की. दोनों के बीच वित्तीय प्रौद्योगिकी में तालमेल, विस्तृत संपर्क और क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण पर अच्छी बातचीत हुई.’
इस यात्रा के दौरान मोदी पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन, आसियान-भारत अनौपचारिक बैठक और क्षेत्रीय विस्तृत आर्थिक भागीदारी सम्मेलन में भाग लेंगे.
मोदी ने सिंगापुर के लिए रवाना होने से पहले नयी दिल्ली में कहा था कि आसियान-भारत बैठक तथा पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में उनकी भागीदारी से आसियान सदस्यों के साथ संपर्क बढ़ाने और वृहद हिंद-प्रशांत क्षेत्र के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का पता चलता है.
उन्होंने इस बात का भी भरोसा जताया कि सिंगापुर की उनकी यात्रा से आसियान और पूर्वी एशिया के देशों के साथ भारत की बढ़ रही भागीदारी को नयी गति मिलेगी.
मोदी ने बुधवार को अपने संबोधन में कहा कि भारत और सिंगापुर आसियान देशों और भारत के लघु एवं मध्यम उपक्रमों को आपस में जोड़ने तथा वैश्विक स्तर पर विस्तृत करने की दिशा में काम कर रहे हैं.