मुंबई। बॉलीवुड फिल्म ‘इरादा में सहायक भूमिका निभाने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाली अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने कहा है कि फिल्म जगत में उनकी यात्रा “अपरंपरागत” रही है जहां फिल्म उद्योग के कायदे के उलट उन्होंने समय के साथ खुद में केवल सुधार ही देखा है। दिव्या दत्ता ने अपना करियर उन फिल्मों के साथ शुरू किया था जहां फिल्म में उनके साथ कई और अभिनेता होते थे। काफी समय बाद उन्हें महत्त्वपूर्ण भूमिकाएं मिलीं जहां उनके अभिनय को पहचाना गया।
उन्होंने बताया कि उन्होंने करियर की शुरूआत से ही- जुनून , संयम और दृढ़ता वाले फार्मूले को अपनाया। उन्होंने कहा कि, आप जो कर रहे हैं उसके प्रति जुनून रखना जरूरी होता है , हर समय दृढ़ रहना और यह संयम रखना कि जरूरी नहीं कि जो आप चाहते हों वह कल ही हो जाए। इसमें कुछ साल लग सकते हैं क्योंकि यह एक अचरज भरी दुनिया है।
पहली बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाली अभिनेत्री ने कहा कि, मेरे लिए यह बेहद अपरंपरागत करियर रहा। लोगों को शुरूआत में ही सफलता मिल जाती है और बाद में वह कम होती जाती है। लेकिन मेरे लिए यह उल्टा है। मुझे लगता है कि मुझे अब सर्वश्रेष्ठ मिल रहा है। फिल्म “वीर – जारा” उनके करियर में एक नया मोड़ लेकर आई और बॉलीवुड में उन्होंने अपनी एक पहचान विकसित की।