कानपुर नगर, बढती गर्मी व तापमान के कारण गंगा का जल स्तर भी तेजी के साथ नीचे की ओर गिरने लगा है तथा जल अब चेतावनी बिंदु तक पहुंचने वाला है। यदि हालात ऐसे ही बने रहे तो आने वाले दिनों में शहर में पेयजल का सकंट उत्पन्न हो जायेगा। हाल यह है कि कानपुर के कई क्षेत्रों में पानी का प्रेशर लो हो चुका है।
जानकारों की माने तो गंगा के जल का स्तर पिछले एक सप्ताह में दो इंच और नीचे गिर गया। बताया गया कि यदि आने वाले दिनो में यह जल स्तर एक इंच और नीचे चला गया तो शहर में पेय जल की भीषण समस्या उत्पन्न हो जायेगी। भैरोंघाट पपिंग स्टेशन के पास से गंगा का जल स्तर और गिरने से जलकल विभाग द्वारा कच्चा पानी खीचने के लिए गंगा में लगी सभी ड्रेजिंग मशीन भी चालू कर दी है। शहर में जलापूर्ति न बिगडे इसके लिए जलकल विभाग की टीम गंगा के जल स्तर पर लगातार नजर रखे हुए है। गर्मी बढने के साथ ही शहर में पीने के पानी की मांग भी बढती जा रही है और यही अधिकारियों के चिंता का कारण है। भैरोंघाट पंपिंग स्टेशन से जलकल विभाग प्रतिदिन 20 करोड लीटर कच्चा पानी लेकर लाखों लोगो की प्यास बुझाता है। जल स्तर को गिरता देख बालू की बोरियों का बंधा बनाया गया है। बताया जाता है कि एक हफ्ते में गंगा का जल स्तर पांच इंच तक गिर चुका है। अभी तक जल स्तर 355.6 था तो शनिवार को यह 355.5 तक पहुंच गया है। भैरों घाट पंपिंग स्टेशन के प्रभारी अवर अभियंता रमेश चन्द्र द्वारा बताया गया कि चारो ड्रेजिंग मशीन चालू करा दी गयी है ताकि कच्चा पानी पंपिंग स्टेशन तक आता रहे, और शहरियों को पानी के लिए परेशानी न उठानी पडे। साथ ही बैराज से भी जलापूर्ति के हिसाब से आने वाले समय में पानी भेजा जायेगा।
जनता को प्रदूषण से बचाने के लिए मास्क वितरण
कानपुर नगर, शहर में बेताहाशा बढे हुए प्रदूषण पर कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा जागरूकता के कार्यक्रम चलाकर लोगो को जागरूक किया जा रहा है। इसी क्रम में मालरोड नरोना चैराहे पर समाजिक संस्था द्वारा शनिवार को निशुल्क मास्क का वितरण किया गया तथा प्रदूषण के प्रति लोगों को जागरूक किया गया।
इस अवसर पर संस्था के पदाधिकारियों ने बताया कि आज जब कानपुर शहर प्रदूषण में विश्व में पहले स्थान पर जा पहुंचा है उसमें बडा कारण जाने अनजाने में हर व्यक्ति का योगदान भी है। वाहन से लेकर, कारखाने यहां तक एक सिगरेट का धुंआ भी वातावरण को दूषित करता है। कहा गया कि पूरे शहर में खुदाई होने के कारण वातावरण में खतरनाक ढंग से धूल के कण फैले है जो शहरियों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहे है। कहा आज समय है कि शहरवासियों को अपनी, शहर की व पर्यावारण की सुरक्षा स्वंय करनी पडेगी। इस अवसर पर विकास षर्मा, शिवनाथ अवस्थी, संतोष बाल्मीकि, प्रवीण पाण्डे, नवीन चन्द्र जैन, राजीव श्रीवास्तव, राहुल मेहरोत्रा आदि मौजूद रहे।