*जिला संवाददाता विनय सिंह पवांर*
बाराबंकी: भारत सरकार स्वच्छता अभियान के नाम पर हर साल करोड़ों रुपये खर्च कर रही है लेकिन कुछ गैर जिम्मेदार कर्मचारियों की वजह से स्वच्छता अभियान की हवा निकल जा रही है। सिद्धौर ब्लाक के ग्राम पंचायत बसंतपुर में साफ-सफाई का बुरा हाल है। यहां तैनात सफाई कर्मचारी बिना काम पूरा वेतन पा रहे हैं।हालत यह है कि जाम नालियां गांवों में संक्रामक बीमारियों को दावत दे रही हैं, लेकिन गांव में तैनात सफाई कर्मी का कहीं पता ही नहीं चल रहा है। सफाई न होने से गंदा पानी सड़कों पर फैल जाता है। जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं जाम नालियों में मच्छरों एवं कीटाणुओं ने अपना घर बना लिया है। जिससे संक्रामक बीमारियां मलेरिया, डेंगू, इंसेफ्लाइटिस आदि फैलने खतरा बना रहता है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में तैनात सफाई कर्मचारियों की मनमानी से नालियां जाम पड़ी हैं। सड़कों पर कूड़े-कचरे का ढेर लगा हुआ है। शिकायत करने पर प्रधान लायक राम व ग्राम विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह जांच करने भी नहीं आते।