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पत्रकारों से बदसलूकी पुलिस महकमे को पड़ जाएगी भारी।

February 24, 2018 by harshtandon Leave a Comment

पत्रकारो के साथ बदसुलूकी करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ दर्ज होगी FIR नही तो एसएसपी पर होगी कार्यवाही।

सर पत्रकारों से अनुचित व्यवहार पड़ेगा महंगा।

दिल्ली-प्रेस काउंसिल ने राज्यसरकारों को चेताया…

रिपोर्ट मोनू द्विवेदी/ आशीष कुमार

पत्रकार नही है भीड़ का हिस्सा l पत्रकारों के साथ बढ़ती ज्यादती और पुलिस के अनुचित व्यवहार के चलते कई बार पत्रकार आजादी के साथ अपना काम नही कर पाते है. उसी को ध्यान में रखते हुए भारतीय प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष मार्कण्डेय काटजू ने राज्य सरकारों को चेतावनी देते हुए निर्देश भी दिया है कि पुलिस आदि पत्रकारों के साथ बदसलूकी ना करे…।

*पत्रकार भीड़ का हिस्सा नही है…।

किसी स्थान पर हिंसा या बवाल होने की स्थिति में पत्रकारों को उनके काम करने में पुलिस व्यवधान नही पहुँचा सकती। पुलिस जैसे भीड़ को हटाती है वैसा व्यवहार पत्रकारों के साथ नही कर सकती।
ऐसा होने की स्थिति में बदसलूकी करने वाले
*पुलिसवालों या अधिकारियों के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज किया जायेगा…*
काटजू ने कहाँ कि जिस तरह कोर्ट में एक अधिवक्ता अपने मुवक्किल का हत्या का केस लड़ता है पर वह हत्यारा नही हो जाता है। उसी प्रकार किसी सावर्जनिक स्थान पर पत्रकार अपना काम करते है पर वे भीड़ का हिस्सा नही होते। इस लिए पत्रकारों को उनके काम से रोकना मिडिया की स्वतंत्रता का हनन करना है !

*सभी राज्यों को दिए निर्देश*

प्रेस काउन्सिल ने देश के केबिनेट सचिव, गृह सचिव, सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिवों व गृह सचिवों को इस सम्बन्ध में निर्देश भेजा है… और उसमे स्पष्ट कहा है कि पत्रकारों के साथ पुलिस या अर्द्ध सैनिक बलों की हिंसा बर्दाश्त नही की जायेगी…। सरकारे ये सुनिश्चित करे की पत्रकारों के साथ ऐसी कोई कार्यवाही कही न हो। पुलिस की पत्रकारों के साथ की गयी हिंसा मिडिया की स्वतन्त्रता के अधिकार का हनन माना जायेगा जो उसे संविधान की धारा 19 एक ए में दी गयी है। और इस संविधान की धारा के तहत बदसलूकी करने वाले पुलिसकर्मी या अधिकारी पर आपराधिक मामला दर्ज होगा।

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हिंदू लड़की को गुमराह कर मुस्लिम धर्म अपनाने को करता था मजबूर।

February 24, 2018 by harshtandon Leave a Comment

लखनऊ मड़ियांव थाना क्षेत्र अंतर्गत पिछले कई दिनों से एक वीडियो वायरल हो रहा था। जिसमें यह बताया जा रहा था कि पुलिस वालों ने बड़ी ही बेरहमी के साथ दो महिलाओं को जो कि रिजवान की मां और बहन है उनको लहूलुहान होने तक थाने परिसर में मारती रही।
लखनऊ (Sweta Gupta)

दैनिक अयोध्या टाइम्स की टीम ने जब इसकी की पड़ताल की तो सच बहुत ही खौफनाक निकला हमारे रिपोर्टरों ने इस खबर की पड़ताल कि तो, दूध का दूध और पानी का पानी होने में ज्यादा समय नहीं लगा। मासूम सा दिखने वाला “रिजवान कुरैशी,सबसे पहले हिंदू लड़कियों को अपने प्यार के मुंह पास में बड़ी ही खूबसूरती से फंसाता है फिर कबूल करवाता है मुस्लिम धर्म, मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार शादी होने के बाद घरवाले के बहकावे में करता है हिंदू लड़कियों से शादी. और पहली बीवी खौफ के साए में जीती है जिंदगी हद तो तब पार हो जाती है जब पहली बीवी और बच्चों पर हर समय कर देता है जानलेवा हमला।

चुकी पुलिस बेसहारा लाचार महिला कशिश कुरेशी जो कि रिजवान की पहली पत्नी है उसके साथ रिजवान और उसका पूरा परिवार पिछले कई सालों से उसे और उसके बच्चे को जान से मारने की कोशिश कर रहे थे. जिसकी भनक पुलिस को पहले ही अपने सूत्रों से लग चुकी थी

पीड़िता कशिश  के बचाव में जब पुलिस खड़ी हुई तो रिजवान और उसके परिवार ने गलत तरह से वीडियो बनवाकर मड़ियांव पुलिस को बदनाम करने की कोशिश कि और वायरल किया जो कि हमारे पड़ताल में हंड्रेड परसेंट गलत साबित हुआ।

रिजवान और उसका परिवार हिंदू लड़कियों को गुमराह कर मुस्लिम धर्म अपनाने को मजबूर करते हैं और उससे रिजवान की शादी करवा देते हैं जिसका जीता जागता सबूत वर्षा और कल्पना तिवारी उर्फ नाजिया कुरैशी जैसी पता नहीं कितने लड़कियों की जिंदगी खराब करने में लगे हुए हैं. सास और ननद ने पिछले 9 सालों में पता नहीं कितने बार कशिश जैसी कितनी ही हिंदू लको बनाया घरेलू हिंसा का शिकार.

पीड़िता घर चलाने के लिए दूसरों पर है आश्रित. नहीं मिला पति और ससुराल पक्ष का साथ लाचार पीड़िता थक हार कर आरोपी पर घरेलू हिंसा और 307 जैसे मुकदमें लड़ने को हुई मजबूर. मड़ियांव पुलिस की छवि धूमिल करने के लिए रिजवान ने बनाया अपनी मां और बहन को ढाल.

और इतना ही नहीं अपनी ही 7 वर्षीय बेटी को पुलिस और कोर्ट के सामने झूठ बोलने पर किया मजबूर. हर समय अपनी पहली पत्नी को तीन तलाक का डर दिखाकर बेरहमी से मारता पीटता रहा धर्म का डर दिखाकर करता रहा अत्याचार जब मामले को पुलिस ने संज्ञान मैं लिया तो रिजवान ने गिरी से गिरी हरकत करने में कोर कसर नहीं छोड़ी। वही पुलिस का यह भी मानना है रिजवान को इस काम के लिए विदेशों से फंडिंग हो सकती है जिसकी जांच उच्च स्तर पर की जा रही है और कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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आईटीआई कर्मचारियों ने दूसरे दिन सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन

February 18, 2018 by harshtandon Leave a Comment

फतेहपुर (Pawan Sharma)

फतेहपुर लम्बित मांगो को लेकर उत्तर प्रदेश औद्योगिक प्रशिक्षण कर्मचारी संघ के पदाधिकारियो ने आन्दोलन के दूसरे दिन भी हाथो में काली पट्टी बाधकर सरकार की वादा खिलाफी के विरूद्ध प्रदर्शन किया।
उत्तर प्रदेश औद्योगिक प्रशिक्षण कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दयाप्रकाश की अगुवाई मे कर्मचारियों ने लम्बित मांगों को लेकर हांथों मे काली पट्टी बांधकर सरकार की वादा खिलाफी के विरोध में प्रदर्शन करते हुए आवाज बुलंद की। कर्मचारियों ने मांग किया कि अनुदेषक से कार्यदेशक के पद पर पदोन्नति, कार्यदेशक (फोरमैन) से प्रधानाचार्य श्रेणी-2 के पद पर पदोन्नति, 2005 से 2008 के मध्य नियुक्त अनुदेशकों का स्थायीकरण, अनुदेशकों का प्रारम्भिक ग्रेड वेतन रूपये 4600 किया जाना, अनुदेशकों/कार्यदेशकों का पद्नाम परिवर्तन किया जाना, जूनियर इंजीनियर की भांति एसीपी मे ग्रेड पे इग्नोर किया जाना, नवनियुक्त अनुदेशकों को सीआईटीएम प्रशिक्षण के दौरान वेतन दिये जाने जैसी मांगे शामिल रही। इस मौके पर मंत्री रमेश कुमार मिश्रा, कृष्ण कुमार, आलोक कुमार, आरपी मौर्या, पीके अवस्थी, एसके सैनी, केपी वर्मा, सुरेश कुमार, रामबिहारी शुक्ला, विकास दीक्षित, रोहित मिश्रा, निशा राय, सुनीता यादव, एसके गुप्ता, चेताराम, अमित कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।

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बाबर के वंशज ने अयोध्या में बनी भव्य राम मंदिर।

February 15, 2018 by harshtandon Leave a Comment

अयोध्या में हो राम मंदिर का निर्माण ,बाबर के वंशज ने दिया यह बयान। 

अयोध्या के कारसेवकपुरम में मंगलवार को रामराज्य रथ यात्रा का उद्घाटन हुआ।

प्रिंस याकूब हबीबुब्दीन तुसी

रिपोर्ट: हरि ओम यह रामराज्य यात्रा कई राज्यों से होकर रामेश्वरम तक जाएगी। इस दौरान बाबर के वंशज हैदराबाद के “प्रिंस याकूब हबीबुब्दीन तुसी„ ने मुगलकाल में बादशाहों और उनके कारिंदों ने जो गलतियां की, उनके लिए वह तहे दिल से माफी मांगते हैं।

उन्होंने कहा कि वह सुन्नी सेन्ट्रल फोरम और विश्व हिंदू परिषद साथ मिलकर भव्य राम मंदिर का निर्माण करेंगे। यात्रा के उद्घाटन के मौके पर मौजूद मुख्य अतिथि विश्व हिंदू परिषद् के अंतरराष्ट्रीय महासचिव चम्पत राय ने कहा कि साल 1991 में भी भारत सरकार ने मामले को आपसी सुलह से सुलझाने के प्रयास शुरू किए थे।

राय ने कहा कि इसमें मुस्लिम पक्ष के नेताओं ने कहा था कि अगर विवादित स्थल पर मस्जिद के चिन्ह साबित नहीं हुए तो वह अपना दावा छोड़ देंगे। हाई कोर्ट ने फैसला दे दिया कि वहां मस्जिद नहीं मंदिर के ही पुरावशेष मिले हैं तो उन्हें अपना दावा छोड़कर राम मंदिर के लिए सहयोग देना चाहिए। अब तमाम मुस्लिम समुदाय के लोग राम मंदिर निर्माण के पक्ष में खुलकर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि राम मंदिर के केस में सुप्रीम कोर्ट जल्द फैसला सुनाए।

छात्रों के सामने फूट-फूट कर रोए नदवी 

उधर, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से निकाले जाने के बाद मंदिर-मस्जिद विवाद को सुलझाने का फॉर्म्युला देने वाले मौलाना सलमान नदवी एक सवाल का जवाब देते-देते फूट-फूट कर रो पड़े। वह मशहूर इस्लामी यूनिवर्सिटी नदवतुल उलेमा में क्लास लेने पहुंचे थे। छात्रों ने बाबरी मस्जिद की जमीन मंदिर के लिए देने के मुद्दे पर सवाल पूछा, जिसका जवाब देते हुए मौलाना सलमान नदवी भावुक होकर रोने लगे।

नदवी कॉलेज में छात्रों को बता रहे थे कि वह किन शर्तों पर राम मंदिर-मस्जिद विवाद के समझौते के लिए तैयार हुए। उन्होंने कहा, ‘मुझे बदनाम किया जा रहा है, अल्लाह इनसे निपटेगा।’ बता दें, हाल ही में मौलाना सलमान नदवी ने श्री श्री रविशंकर से मुलाकात में विवादित जमीन पर राम मंदिर बनाने और मस्जिद को दूसरी जगह शिफ्ट करने का फॉर्म्युला दिया था, जिसके बाद उन्हें मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से बाहर कर दिया गया था।

सलमान नदवी से नाराज मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मौलाना सलमान हुसैनी नदवी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) में दरार डालने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारों पर काम कर रहे हैं। उन्होंने मंदिर के लिए बाबरी मस्जिद की जमीन छोड़ देने वालों के सामाजिक बहिष्कार का भी आह्वान किया।

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फतेहपुर के 2.50 लाख परिवार शौचालय विहीन

February 11, 2018 by harshtandon Leave a Comment

फतेहपुर  । उत्तर प्रदेश का फतेहपुर जनपद देश के पिछड़े जनपदों में शामिल है। यहां प्रधानमंत्री का स्वच्छ भारत मिशन बजट के आभाव में दम तोड़ रहा है। जिले को 2019 तक खुला शौचमुक्त बनाने के लिए 800 शौचालय प्रतिदिन बनाने का लक्ष्य है लेकिन पखवारे भर में पंचायत राज विभाग मात्र 82 शौचालय ही बनवा पाया है।

फतेहपुर जनपद के स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण बेसलाइन सर्वे की बात की जाए तो जिले में करीब 3.75 लाख परिवार शौचालयविहीन चिन्हित है। इन परिवारों को बिना सुविधा दिए खुला शौच मुक्त घोषित नहीं किया जा सकता है। 1.50 लाख परिवार ऐसे हैं जिन्होंने स्वयं या फिर पुरानी सरकारी योजनाओं के लाभ से जिनके शौचालय बने हुए हैं। करीब 2.50 लाख शौचालयों के निर्माण के लिए शासन से मांगी गई तीन अरब की धनराशि में अब तक 28 करोड़ की राशि मिली। शौचालयों के निर्माण को पूरा करने के लिए जनपद में 2.78 अरब की जरूरत है। बजट के आभाव में शौचालय का निर्माण बंद होने की कगार पर है।

वहीं पंचायती राज विभाग ने शासन से मिली 28 करोड़ की धनराशि को जिले के 840 ग्राम सभाओं के लाभार्थियों को शौचालय बनाने के लिए प्रदान किए थे। 22 हजार लाभार्थियों को 12-12 हजार देकर उनका शौचालय पूर्ण हो गया। जिला पंचायत राज अधिकारी अजय आनंद सरोज का कहना था कि 28 करोड़ की राशि मिली थी उसे खर्च किया गया है। शौचालय निर्माण पूरा हो इसके लिए 2.78 अरब की जरूरत है।

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बोर्ड परीक्षा के पहले दिन कहीं सख्ती तो कहीं लापरवाही

February 7, 2018 by harshtandon Leave a Comment

 लखनऊ (Pawan Sharma)। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट परीक्षा के पहले ही दिन कुछ जगह सख्ती नजर आई तो कहीं पर खामियों का भंडार भी मिला है। कुछ क्षेत्रों में नकल की व्यवस्था न हो पाने के कारण कुछ छात्र-छात्राओं ने अपना पेपर छोड़ दिया। इस क्रम में आरएयूएमवी इंटर कॉलेज,बैजलपुर-हरपुर के सभी परीक्षार्थी परीक्षा में अनुपस्थित रहे। आरएयूएमवी इंटर कॉलेज,बैजलपुर हरपुर में हाईस्कूल की 26 छात्राएं गृहविज्ञान में नामांकित थी। परीक्षा में छात्राएं अनुपस्थित रहीं।
गोरखपुर में श्रीहनुमान आचार्य कुल इंटर कॉलेज, धनौदा विशनपुर कौड़ीराम की केन्द्र व्यवस्थापक गीता राय की हृदयगति रुक जाने से मंगलवार को निधन हो गया। उनकी तबितय खराब थी। सुबह परिजन उन्हें अस्पताल ले जा रहे थे। रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। ऐसे में वरिष्ठ शिक्षक वीरेंद्र राय को केंद्र व्यवस्थापक का चार्ज दिया गया है।

देवरिया के पथरदेवा ब्लॉक क्षेत्र में कुल 16 परीक्षा केंद्र बनाए गए है। इसमें बोर्ड परीक्षा के प्रथम दिन मंगलवार को प्रथम पाली में हाईस्कूल गृह विज्ञान तथा इंटरमीडिएट साहित्यिक हिंदी की परीक्षा कराई गई। ब्लॉक क्षेत्र के विद्यालयों में कुल 3186 छात्र पंजीकृत थे, इसमें से कुल 610 परीक्षार्थियों ने परीक्षा नहीं दी।

वहीं, फैजाबाद जिले के 20 छात्रों ने हाईस्कूल की परीक्षा छोड़ दी। करोरे इंटर कॉलेज सरियावां के 18 में से केवल तीन बच्चों ने ही परीक्षा दी। यही हाल अन्य स्कूलों का भी रहा। वहीं लखीमपुर के सरदार पटेल इंटर कॉलेज ममरी में 48 छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी। गुरुकुल इंटर कॉलेज मढ़िया के 26, कमलापति गुरुप्रसाद इंटर कॉलेज सिकंदराबाद के 23 छात्रों ने परीक्षा नहीं दी। इस तरह जिले में जिले में करीब 15 फीसदी छात्र अनुपस्थित रहे।

कैमरा न चलने के कारण रुकी परीक्षा
प्रतापगढ़ में उत्तर प्रदेश बोर्ड की परीक्षा में सगरासुन्दरपुर बाजार गिरधर सहाय में सरदार लौह पुरुष इंटर कॉलेज में परीक्षा कैमरा न चलने से वहां पहुंचे डोआईओएस ने परीक्षा को रोक दिया। इसके बाद में वहां का ठीक कैमरा कराने के लिए तुरंत ही इंजीनियर को बुलाया गया। इसके साथ स्कूल से मोबाइल और स्टोर रूम से पुस्तकें बरामद होने पर स्टोर रूम को सील कर दिया गया।

रामपुर में शिक्षक भी रहे अनुपस्थित
रामपुर में यूपी बोर्ड परीक्षा के पहले दिन ही अव्यवस्था दिखी, यहां के खुर्शीद इण्टर कॉलेज में 17 वित्तविहीन शिक्षक ड्यूटी से गैरहाजिर रहे। इसका अन्य शिक्षिकाओं ने कड़ा विरोध किया। यहां स्टाफ कम होने की वजह से प्रश्न पत्र 30-40 मिनट विलंब से बंटे, जिसको लेकर कुछ छात्राओं ने हंगामा किया। बलरामपुर जिले में भी काफी संख्या में परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। पहली पाली में गृहविज्ञान विषय की परीक्षा में 400 से अधिक छात्राएं नदारद रहीं।

जनपद शामली के कस्बा थानाभवन स्थित लाला लाजपत राय कन्या इंटर कॉलेज की कक्षा 12वीं व कक्षा 10वीं की छात्राओं ने सीटिंग अरेंजमेंट को लेकर सवाल खड़ा किया और कॉलेज के बाहर हंगामा करते हुए कॉलेज मैनेजमेंट पर आरोप लगाया कि उनका सीटिंग प्लान अचानक से बदलकर उनको पेपर लगभग एक घंटा देरी से दिया गया। इसके चलते उनका पेपर अधूरा रह गया। वहीं, अमेठी में पेपर दे रही छात्रा की हालत बिगड़ने के बाद भी स्कूल प्रशासन ने कोई मदद नहीं की और वो दर्द से तड़पती रही। औचक निरीक्षण पर पहुंचे एएसपी ने छात्रा को तड़पता देखा तो स्कूल प्रशासन को फटकार लगाते हुए एसएचओ की जीप से उसे हास्पिटल पहुंचवाया।

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जैसे मोदी को चुनाव से डर नहीं लगता, वैसे ही बच्चों को भी परीक्षा से नहीं डरना चाहिए

February 4, 2018 by harshtandon Leave a Comment

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री द्वारा लिखित एक किताब ‘एग्जाम वॉरियर्स’ के लोकार्पण के मौके पर शनिवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि नरेंद्र मोदीजी कहते हैं कि उन्हें चुनावों से डर नहीं लगता, तो बच्चों को भी परीक्षा से नहीं डरना चाहिए. 193 पृष्ठ वाली इस किताब में बिना दबाव के परीक्षा देने की खातिर विद्यार्थियों की सहायता के लिए योग के कई आसनों के साथ ही 25 मंत्रों का भी उल्लेख किया गया है.

स्वराज ने कहा, ‘‘मोदीजी कहते हैं कि उन्हें चुनाव से डर नहीं हैं, तो आपको (बच्चों) भी परीक्षा से डरना नहीं चाहिए. चिंता मत कीजिए और बिना दबाव के परीक्षा दीजिए. यह इस किताब का मूल मंत्र है.’ केंद्रीय मंत्री स्वराज ने कहा कि राजनेताओं को भी हर पांच साल बाद परीक्षा में बैठना होता है.

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संयुक्त रूप से पेंगुइन रैंडम हाउस द्वारा प्रकाशित इस किताब का लोकार्पण किया. इस किताब में 25 अध्याय हैं, जिसमें कुछ इस तरह से है – परीक्षाएं उत्सवों की तरह होती हैं….उन्हें मनाइये! परीक्षा आपके वर्तमान तैयारियों की जांच करती है, आपका नहीं। योद्धा बनें, चिंता करनेवाला नहीं. ज्ञान स्थायी होता है- इसे जारी रखिये, स्वयं से प्रतिस्पर्धा कीजिये…इत्यादि.

प्रधानमंत्री ने इस किताब में बच्चों से तकनीक को अपनाने, खेलने-कूदने, यात्रा करने और प्रस्तुति कौशल निखारने पर जोर देने की सलाह दी है. इसके अलावा, उन्होंने अभिभावकों और शिक्षकों के नाम भी अलग-अलग पत्र लिखा है. इस मौके पर जावड़ेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक ऐसे मुद्दे पर किताब लिखा है जो राजनीतिक नहीं है और यह हरेक घर से जुड़ा हुआ मुद्दा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री शीघ्र ही स्कूलों और कॉलेजों के करोड़ों छात्रों से परीक्षा के मुद्दे पर संवाद स्थापित करेंगे.

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जरूरत डेढ़ लाख करोड़ की, बजट दो हजार करोड़

February 3, 2018 by harshtandon Leave a Comment

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट भाषण के दौरान ‘आयुष्मान भारत’ नामक महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य बीमा योजना की शुरुआत की घोषणा की. इसमें गरीब और आर्थिक रूप से सबसे कमजोर 10 करोड़ परिवारों को सरकारी खर्च पर सालाना पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवरेज दिया जायेगा. इस योजना से 50 करोड़ लोगों के लाभान्वित होने का अनुमान लगाया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे सरकारी खर्च पर चलने वाली दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ केयर स्कीम कहा है और व्यापक जनहित के आधार पर इस योजना को हर किसी की तारीफ मिली है. लेकिन जानकारों के अनुसार इसके ठीक तरह से लागू  होने के आसार नहीं दिख रहे हैं. वे इसकी वजह योजना के लिए आवंटित कम धनराशि को मानते हैं. उनका कहना है कि 50 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध करवाने के लिए 1.5 लाख करोड़ की आवश्यकता है, जबकि इसके लिए केवल 2 हजार करोड़ रुपये ही आवंटित किये गये हैं.

 
2 से 4 हजार रुपये एक व्यक्ति के बीमा पर खर्च
जानकारों की मानें तो ओरिएंटल इंश्योरेंस की मेडिक्लेम पॉलिसी लेने पर 30 साल के एक व्यक्ति को अपने 4 सदस्यीय परिवार के लिए  (25 साल की पत्नी और पांच और सात साल के दो छोटे बच्चे) पांच लाख के फ्लोटर बीमा पर 10,047 रुपया सालाना प्रीमियम देना पड़ता है. 40 साल के व्यक्ति के लिए (35 साल की पत्नी और 15 और 17 साल के दो बच्चे) यही प्रीमियम बढ़ कर 14,599 हो जाता है. 50 साल के व्यक्ति के लिए यही प्रीमियम सपरिवार बढ़ कर 20 हजार के लगभग हो जाता है. इस प्रकार वर्तमान में प्रचलित दरों के आधार पर देखें, तो सरकारी इंश्योरेंस कंपनियों के पांच लाख के फ्लोटर मेडिक्लेम पॉलिसी का प्रति व्यक्ति प्रीमियम उम्र के आधार पर दो से चार हजार के बीच सालाना पड़ता है. औसत उम्र के आधार पर गणना करने पर यह प्रति व्यक्ति तीन हजार पड़ेगा. प्राइवेट मेडिक्लेम पॉलिसी लेने पर यही प्रीमियम सवा से डेढ़ गुना तक बढ़ जाता है. ऐसे में 50 करोड़ लोगों का स्वास्थ्य बीमा सरकारी बीमा कंपनियों से करवाने पर 1.5 लाख करोड़ और प्राइवेट बीमा कंपनियों से करवाने पर 1.87 से 2.2 लाख करोड़ के बीच प्रीमियम भरना पड़ेगा.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना की लेगा जगह
आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना की जगह लेगा. हालांकि इसका कवरेज बहुत बड़ा होगा. राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना में केवल 30,000 रुपये तक के बीमा भुगतान का प्रावधान है. इसके विपरीत आयुष्मान भारत योजना में अस्पताल में चौबीस घंटे से अधिक भर्ती (सेकेंडरी और टर्शियरी   हाॅस्पिटलाइजेशन) की स्थिति में प्रति व्यक्ति या परिवार पांच लाख रुपये तक की कैश लेस स्वास्थ्य सुविधा ली जा सकेगी या क्लेम किया जा सकेगा.
लॉस एवरेज बढ़ने से बढ़ेगा बीमा खर्च
पांच लाख का स्वास्थ्य बीमा करवाने वाले लोगों का रहन-सहन और खान-पान आम लोगों की तुलना में अधिक बेहतर होता है, क्योंकि उच्च मध्यम वर्ग या उच्च वर्ग के लोग ही आम तौर पर अब तक ऐसी योजनाओं का लाभ लेते रहे हैं. इसके कारण उनके बीमार  पड़ने की आशंका कम होती है और कम लॉस एवरेज (3 से 7 फीसदी) के कारण बीमा कंपनियां स्वास्थ्य बीमा करते समय उनका प्रीमियम भी कम निर्धारित करती हैं. लेकिन अब जब आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को भी ऐसे बीमा के दायरे में लाया जायेगा, तो निम्न रहन-सहन, स्वच्छता के मानकों की अवहेलना व कुपोषण के कारण उनके बीमार पड़ने की आशंका अधिक रहेगी.

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टप्पेबाजी का शिकार हुई महिला से लूटे बीस हज़ार

February 1, 2018 by harshtandon Leave a Comment

फतेहपुर (Savez Akhtar)
दैनिक निष्पक्ष धारा- सुल्तानपुर घोष थाना के प्रेमनगर में दो अज्ञात टप्पेबाजों ने महिला को अपनी टप्पेबाजी का शिकार बना कर बीस हज़ार लुटे। महिला ने थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ललिता देवी पत्नी रामकुमार निवासी सोहरामऊ बुधवार दोपहर एक बजे प्रेम नगर के बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक से बीस हज़ार रुपये निकाल कर निकली ही थी। तभी दो टप्पेबाजों ने महिला को यह कहकर बीस हज़ार रुपये ले लिया कि आप हमारा अस्सी हज़ार रुपया जमा कर दीजिए और हम आपके पैसे पकड़े हुए हैं। महिला उनके बहकावे में आकर बीस हज़ार उन्होंने उन्हें दे दिया और वह पैसे लेकर फरार हो गए। महिला ने इसकी सूचना थाना सुल्तानपुर घोष में दे दी है। थाना प्रभारी विजय कुमार राय ने बताया है कि सीसीटीवी में टप्पेबाजों की तस्वीर आ गई होगी तो उन्हें पकड़ने में आसानी होगी। और जल्द ही वह पुलिस के गिरफ्त में होंगे।
बताते चलें कि पीड़िता ने जब बैंक का सीसीटीव चेक कराया तो उसमे टप्पेबाजों की फोटो आ चुकी है। जल्द ही इनकी शिनाख्त करा ली जाएगी।

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देश के सेंसर बोर्ड ने लगाया पद्मावत पर बैन

January 30, 2018 by harshtandon Leave a Comment

कुआलालांपुर : मलेशिया सेंसर बोर्ड ने संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘‘पद्मावत’ को देश में प्रतिबंधित कर दिया है, क्योंकि यह फिल्म ‘‘इस्लाम की संवेदनशीलता’ को प्रभावित करती है. नेशनल फिल्म सेंसरशिप बोर्ड के चेयरमैन मोहम्मद जम्बेरी अब्दुल अजीज ने कहा  कि इस भव्य फिल्म के प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जा सकती है, क्योंकि इससे देश के मुसलमान नाराज हो सकते हैं. अखबार फ्री मलेशिया ने अजीज के हवाले से कहा है, ‘‘इस फिल्म की कहानी इस्लाम की संवेदनशीलता को प्रभावित करती है . मुस्लिम बहूल वाले मलेशिया में यह अपने आप में चिंता का एक विषय है.’ यह फिल्म मलिक मोहम्मद जायसी की काव्य पद्मावत के आधार पर बनायी गयी. अजीज के हवाले से खबरों में कहा गया है कि फिल्म के वितरकों ने प्रतिबंध के खिलाफ अपील दायर की है. फिल्म अपील्स कमेटी में इस मामले की सुनवाई 30 जनवरी को होगी.

इम्तियाज अली ने कहा – स्वरा को राय रखने का अधिकार 
उधर स्वरा भास्कर की चिट्ठी को लेकर बॉलीवुड के हस्तियों ने प्रतिक्रिया जतायी है. आयुष्मान खुराना और निदेशक इम्तियाज अली जैसी बॉलीवुड की हस्तियों ने कहा है कि ‘पद्मावत’ में जौहर की आलोचना करने वाली स्वरा भास्कर अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र हैं. हालांकि उन्हें फिल्म में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लगा है. स्वरा ने फिल्म में जौहर का महिमामंडन करने के लिए निदेशक संजय लीला भंसाली की आलोचना की थी. यह फिल्म महीनों के विवाद के बाद पिछले हफ्ते ही रिलीज हुई है. आयुष्मान ने कहा है कि हर कोई अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र है जबकि फिल्मकार के नजरिए का सम्मान करना चाहिए.
अभिनेता ने मिर्ची म्यूजिक अवॉर्डस के रेड कारपेट पर कहा, ‘‘ एक फिल्म दो काम करती है। या तो यह समाज को कुछ देती है या इससे कुछ लेती है. हर निर्देशक का अपना नजरिया होता है. हर कला की मंशा चर्चा और विमर्श करने की होती है. आलोचक होते हैं जो चर्चा करते हैं और फिर दर्शक होते हैं जो अपनी राय देते हैं. लिहाजा सबका अपना दृष्टिकोण होता है.’ अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने कहा कि फिल्म में यह दृश्य जौहर की याद दिलाता है लेकिन कहानी सदियों पुरानी है. उन्हें नहीं लगता है कि भंसाली ने प्रथा को महिमामंडित किया है.
फिल्मकार रोहित शेट्टी ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार दिया क्योंकि वह चाहते हैं कि फिल्म शांतिपूर्ण तरीके से चले क्योंकि फिल्मकार पहले ही काफी झेल चुके है. उन्होंने कहा कि फिल्म को दर्शकों के लिए छोड़ दिया जाना चाहिए जिनके पास इसे स्वीकार करने या खारिज करने का अधिकार है. निदेशक इम्तियाज अली ने कहा कि उन्हें फिल्म में ऐसा कुछ नहीं दिखा जिसपर प्रदर्शन किया जाए. उन्होंने कहा, ‘‘ पद्मावत में कुछ भी ऐसा नहीं है जिस का विरोध किया जाए लेकिन सबकी अपनी राय होती है।’

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