दैनिक अयोध्या टाइम्स समाचार पत्र के प्रबंध संपादक के साथ मारपीट
मा. जिलाधिकारी और एस.एस.पी. महोदय एक नजर इधर भी
थानाध्यक्ष के संज्ञान में होती है अवैध वसूली-प्रेमचन्द्र चैधरी
कानपुर। मुख्यमंत्री के सख्त आदेशों के बाद भी खाकी अपनी आदत नहीं सुधार के उल्टा पत्रकारों पर जुल्म ढा रही है। कल रात्रि 11 बजे के आस पास लाल बंगला क्षेत्र में पूनम टाकीज चैराहे से थोड़ा आगे डायल 100 के 3 सिपाही और एक हेड कांस्टेबल प्रेम चन्द्र चैधरी अवैध वसूली कर रहे थे। उधर से ही राम अग्रवाल प्रबंध संपादक दैनिक अयोध्या टाइम्स ई-रिक्ेश से कहीं जा रहे थे तो पुलिस वाले ने रोका और रिक्शे वाले को गाली गलौज देने लगा। इस पर जब राम अग्रवाल नें विरोध किया तो हेड कान्सटेबल गुस्से में लाल पीला होकर राम अग्रवाल को लाठियों से पीटा । जिसमें राम अग्रवाल के पैर में काफी चोटे आयी हैं। जब राम अग्रवाल नें थानाध्यक्ष चकेरी को फोन किया तो उन्होंने घटना स्थल पर पहुंचने को कहा लेकिन वे वहां दिखाई तक नहीं पड़े। 100 नंबर गाड़ी पर बैठे सिपाही तमाशा देखते रहे। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि यह वसूली थानाध्यक्ष महोदय के संज्ञान में होती है और वे भी इसमें बंदरबांट करते हैं। उसके बाद अग्रवाल जी नें अपने अन्य पत्रकारों को बुलाया तो पुलिस वाले धीरे धीरे खिसक लिये। राम अग्रवाल जी नें थाने में तहरीर रात में ही दे दी थी लेकिन अभी तक थाने से कोई अग्रिम कार्यवाही नहीं की गयी है।
जबकि अग्रवाल जी के पैर जिसमें पुलिस वाले ने लाठी मारी है उस पैर में पहले से ही राड पड़ी हुई है। यदि पैर टूट जाता तो क्या इसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन लेता? क्या चकेरी पुलिस राम अग्रवाल के घर का खर्च वहन करती? वैसे भी एक पत्रकार फ्री में अपनी ड्यूटी बखूबी बड़ी मेहनत से निभाता है और पुलिस वाले पूरी तनख्वाह उठाने के बाद भी गैर जिम्मेदाराना हरकत करते हैं।
मुख्यमंत्री के आदेशानुसार पत्रकारों से बदतमीजी और मारपीट करने वाले हेड कांस्टेबल प्रेमचन्द्र चैधरी के विरु( कठोर कार्रवाई की जाय और पुलिसकर्मी से 2 लाख रुपये बतौर मुआवजा राम अग्रवाल को दिलाया जाय जिससे वे अपने पैर का इलाज करा सके।
कोई हमें दिल्ली आने से नहीं रोक पाएगाः मुलायम
मैनपुरी। समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने आज सपा और बसपा के गठबंधन को ‘अच्छी कोशिश‘ करार देते हुए कहा कि एक साथ आये इन दोनों दलों को अब लोकसभा चुनाव में कोई रोक नहीं सकेगा। यादव ने किशनी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सपा और बसपा का गठबंधन अच्छी कोशिश है। यह पहल जारी रहनी चाहिये। दोनों के एक होने से लोकसभा चुनाव में उन्हें दिल्ली पहुंचने से कोई नहीं रोक सकेगा।
100 वर्ष पहले का इतिहास खुद को दोहरा रहा है चंपारण में : प्रधानमंत्री
मोतिहारी। स्वच्छता अभियान में बिहार सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि 100 वर्ष पहले का इतिहास खुद को दोहरा रहा है और चंपारण की इस पवित्र भूमि से स्वच्छता एवं स्वच्छाग्रहियों के जन आंदोलन की तस्वीर पेश कर रहा है। ‘‘चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के समापन समारोह’’ पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मुझे गर्व है कि सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह तक की इस यात्रा में बिहार के लोगों ने एक बार फिर अपनी नेतृत्व क्षमता दिखाई।’’
विधायक का भाई गिरफ्तार उन्नाव प्रकरण की जांच करेगी एसआईटी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में युवती से बलात्कार तथा पीडिता के पिता की हिरासत में मौत के प्रकरण की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) बनायी गयी है। इस मामले में बलात्कार के आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह सेंगर को आज सुबह उन्नाव से गिरफ्तार किया गया और उन पर अन्य धाराओं के अतिरिक्त हत्या की धारा आईपीसी 302 भी जोड़ी गयी है।
मजबूत हुई भाजपा कानपुर की तीनों लोकसभा सीटों पर
कानपुर, अप्रैल । गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा को मिली करारी हार के बाद पूरे प्रदेश सहित कानपुर की राजनीति में हलचल मच गई। तो वहीं दूसरी ओर सपा और बसपा के गठबंधन को देखते हुए भाजपा के नेताओं में चिंता की लकीरे दिखने लगी। लेकिन कानपुर की तीनों लोकसभा सीटों के क्षेत्र से जनता में अच्छी पकड़ रखने वाले करीब एक दर्जन विपक्षी नेताओं के भगवाधारी होने से एक बार फिर सियासी समीकरण बदलते दिख रहें हैं। या यूं कहें कि इन तीनों सीटों पर भाजपा मजबूत स्थिति में खड़ी दिखाई दे रही है।
कानपुर नगर जनपद में तीन लोकसभा सीटें हैं। जिनमें कानपुर नगर का संसदीय क्षेत्र पूरी तरह से कानपुर जनपद के अर्न्तगत आता है। दूसरी सीट अकबरपुर है जिसका करीब आधा क्षेत्र यहां से जुडा हुआ है। इसी तरह मिश्रिख सीट है जिसके अर्न्तगत कानपुर नगर की बिल्हौर विधानसभा सीट आती है। इन तीनों सीटों में पिछले लोकसभा चुनाव से पहले दो पर कांग्रेस व एक सीट पर बसपा का कब्जा था। लेकिन मोदी लहर के सामने तीनों सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों ने विपक्षी प्रत्याशियों को लाखों मतों से पराजित किया था।
लेकिन हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या की खाली हुई संसदीय सीट (क्रमशः गोरखपुर और फूलपुर) पर बहुजन समाज पार्टी के समर्थन से समाजवादी पार्टी ने भारी जीत दर्ज कर ली। इसके साथ ही बसपा मुखिया मायावती ने राज्यसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के हार के बाद आगामी लोकसभा चुनाव में गठबंधन की घोषणा कर दी। जिससे प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में बदल रहे सियासी घटनाक्रमों की हलचल होने लगी। इससे कानपुर भी अछूता नहीं रहा और भाजपा संगठन इसे दुरूस्त करने के लिए कमर कस ली और तीनों लोकसभा सीटों में जनता में अच्छी पकड़ रखने वाले 10 बड़े नेताओं को अपने पाले में कर लिया। जिसमें ज्यादातर बसपा के नेता हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि प्रदेश स्तर पर भले ही सपा और बसपा का गठंबधन हो गया हो पर कानपुर में भाजपा को टक्कर दे पाना टेढ़ी खीर साबित होगी।
हालांकि राजनीति में कुछ भी स्थाई नहीं होता और लोकतांत्रिक चुनाव में सब कुछ जनता के हाथ पर होता है। लेकिन जिस प्रकार से जनता में अच्छी पकड़ रखने वाले नेताओं ने भाजपा का दामन थामा है उससे एक बात तो साफ है कि गठबंधन को जीत आसान नहीं होगी। भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेन्द्र सिंह ने कहा कि इन नेताओं के आने से तीनों सीटों पर पार्टी की स्थित और मजबूत हो गई है। हालांकि केन्द्र और प्रदेश सरकार की नीतियों व जन कल्याणकारी योजनाओं से जनता पूरी तरह से पार्टी के प्रति निष्ठा जता रही है। जिससे यह तय है कि आगामी लोकसभा चुनाव में एक बार फिर इन तीनों सीटों में ही नहीं बल्कि प्रदेश की सभी सीटों पर पार्टी की जीत होगी।
यह हुए भगवाधारी
भारतीय जनता पार्टी की नीतियों से प्रभावित होकर तीनों लोकसभा सीटों से 10 नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष डा. महेन्द्र नाथ पाण्डेय के सामने भगवाधारी चोला ओढ़ लिया। जिनमें अकबरपुर सीट के अन्तर्गत आने वाले सिकंदरा सीट से बसपा से पूर्व व रनर प्रत्याशी महेन्द्र कटियार, भोगनीपुर सीट से लगातार दो बार बसपा से रनर प्रत्याशी रहे धर्मपाल सिंह भदौरिया, अकबरपुर रनिया सीट से रनर बसपा प्रत्याशी डा. सतीश शुक्ला, बसपा से जीती अकबरपुर नगर पालिका अध्यक्ष ज्योत्सना कटियार, पूर्व विधायक गंगासागर संखवार की पुत्री व रसूलाबाद सीट से बसपा से रनर प्रत्याशी रहीं पूनम संखवार, घाटमपुर से निर्दलीय दो बार से लगातार नगर पालिका अध्यक्ष संजय सचान, शिवली नगर पंचायत अध्यक्ष अवधेश कुमार शुक्ला हैं।
इसी तरह मिश्रिख लोकसभा सीट के अर्न्तगत आने वाले बिल्हौर नगर पालिका अध्यक्ष शादाब खान और शिवराजपुर नगर पंचायत अध्यक्ष विनोद तिवारी भाजपा में शामिल हुए। जिन्होंने निर्दलीय चुनाव जीता था। इसके साथ ही पिछले लोकसभा चुनाव में मिश्रिख सीट से बसपा से चुनाव लड़े और दो बार सांसद रहे अशोक रावत व इसी सीट से सपा से चुनाव लड़े तीन बार के सांसद जयप्रकाश रावत ने भाजपा की सदस्यता ली। इसके अलावा तीनों लोकसभा सीटों में जनता में अच्छी पकड़ रखने वाले एक दर्जन अन्य नेताओं ने भी भगवा चोला ओढ़ लिया।
उप चुनाव में लिखी गई थी स्क्रिप्ट
भाजपा विधायक मथुरा प्रसाद पाल के निधन से खाली हुई सिंकदरा सीट के उप चुनाव में पार्टी ने मथुरा प्रसाद के छोटे बेटे अजीत पाल को मैदान में उतारा। तो वहीं सपा ने पूर्व सांसद राकेश सचान की पत्नी व कानपुर नगर की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष को मैदान में उतार दिया। बसपा ने उप चुनाव से दूरी बना ली जिससे कुर्मी बाहुल्य इस सीट पर भाजपा के लिए चुनौती बन गई। इसी के चलते मतदान से दो सप्ताह पहले संगठन ने बसपा के तीन संगठन के नेताओं को भाजपा में शामिल करा लिया। इसके साथ ही संगठन ने अंदरखाने इसी सीट से रनर प्रत्याशी रहे महेन्द्र कटियार के साथ जनपद की चारों सीटों के बसपा के पूर्व प्रत्याशियों को अपने पाले में कर लिया।
जिसके चलते इन सभी ने अपने मतदातओं का वोट भाजपा के पक्ष में करने के लिए जी जान लगा दी और कड़ी टक्कर के बावजूद भाजपा की जीत हो सकी। तभी से यह कयास लगाया जा रहा था कि जल्द ही यह सभी लोग भाजपा का दामन थाम लेगें।
टिकट कटने के लगने लगे कयास
कानपुर की तीनों लोकसभा सीटों से जनता में अच्छी पकड़ रखने वाले दर्जनों विपक्षी पार्टियों के नेताओं के भाजपा में शामिल होने से पार्टी में तो खुशी की लहर दौड़ पड़ी। लेकिन अब यह भी कयास लगने लगे कि तीनों लोकसभा सीट के वर्तमान सांसदों का टिकट कट सकता है। चर्चा यह है कि कानपुर नगर से वरिष्ठ नेता व पार्टी के पूर्व अध्यक्ष डा. मुरली मनोहर जोशी का अधिक उम्र होने के चलते और पार्टी की नीतियों के अनुरूप जनता से नजदीकी न बनाकर चलने के चलते अकबरपुर सांसद देवेन्द्र सिंह भोले और मिश्रिख सांसद अंजू बाला का टिकट कट जाएगा। इन संभावनाओं को लेकर भाजपा के करीब एक दर्जन नेता अपनी दावेदारी के लिए भागदौड़ शुरू कर दी है। हालांकि पार्टी के नेता इस पर कुछ बोलने से मना कर रहें हैं लेकिन दबी जुबान यह जरूर कह रहें हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव में कुछ बदलाव जरूर दिखेगा।
अघोषित बंदी पर सर्तक रहा पुलिस प्रशासन, पुलिस कर्मी डटे रहे चौराहों पर
कानपुर, अप्रैल । उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में अघोषित बंदी को देखते हुए चौराहों व बाजारों के साथ सार्वजनिक स्थानों व अम्बेडकर मूर्ति के पास पुलिस मुस्तैद रही। चौकसी का आलम यह रहा कि बसों व बाजारों में घूमकर पुलिस बाहर से आने-जाने वालों पर निगरानी करती रही। पुलिस की सक्रियता के चलते ही जनपद में कहीं भी किसी तरह की हिंसक या उपद्रव की घटनाएं सामने नहीं आई।
भारत बंद के दौरान कानपुर जिले में मंगलवार को बंद का कोई असर नहीं दिखा। बीते दो अप्रैल में बंदी के दौरान प्रदेश के कई जनपदों में हिसंक झड़पें व उपद्रव की घटनाओं से जिले के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने सबक लेते हुए पुख्ता बंदोबस्त के इंतजाम किये गये थे। सुबह से ही सड़कां पर उतरी भारी पुलिस बल ने शहर के सभी प्रमुख चौराहों और अम्बेडकर प्रतिमाओं की सुरक्षा बढ़ाने के साथ प्रदर्शन कारियों की गिरफ्तारी लिए के लिए कमर कस रखी थी। आईजी रेंज आलोक सिंह व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार की क्राइम ब्रांच और स्वाट टीम भी बंदी को लेकर प्रदर्शन करने वाले से निपटने को तैयार दिखी। पुलिस की मुस्तैदी को देख कानपुर के ज्यदातर मार्केट खुल रहे और राहगीरों को भी कोई परेशानी नहीं झेलने पड़ी।
बीट आरक्षियों ने संभाली मूर्तियों की सुरक्षा
शहर में अम्बेडकर मूर्तियों के साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर लगी अन्य महापुरूषों की मूर्ति स्थलों पर थाने में तैनात बीट पुलिस को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी। एसएसपी ने बीट पुलिस कर्मियों ने सख्त निर्देश दिये थे कि किसी भी हाल में मूर्तियों के आसपास उपद्रवी न पहुंचने पाये व उन्हें नुकसान पहुंचा सके।
मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में होती रही गश्त
संवेदनशील क्षेत्रों में अपर पुलिस अधीक्षक व पुलिस उपाधीक्षक अपने क्षेत्रों में गश्त करते रहें। उपद्रवियों पर नजर रखने के लिए नागरिक सुरक्षा कोर (सिविल डिफेंस) व एसपीओ जिले के शहरी क्षेत्र व ग्रामीण इलाकों में लेखपाल, सचिव, प्रधान व कोटेदार को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। पुलिस का खुफिया विभाग व सर्विलांस व साइबर सेल सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर भी पैनी नजर बनाये रहा।
जुलूस-प्रदर्शन पर लगी रोक
अघोषित बंदी को लेकर शहर में एहतियातन पुलिस बल के साथ खुफिया भी सर्तक रहा। इस दौरान धारा 144 लागू होने के चलते बिना परमीशन जुलूस निकालने, जबरन दुकान बंद कराने व किसी भी तरह से कानून व्यवस्था को चोट पहुंचाने की कोशिश करने वालों उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के लिए पुलिस तैयार दिखी।
“चीनी कितने चमच्च” शीर्षक पर नाटक का आयोजन
दिनांक 10 अप्रैल, 2018 को सायं 06:05 बजे से (सायं 06:40 बजे की निर्धारित अवधि में) मर्चेंट्स चैम्बर
ऑफ उत्तर प्रदेश एवं नीम ट्री मोर्निंग वाकर्स क्लब (एन.टी.एम.डब्ल्यू.सी.) संयुक्त तत्वाधान में “चीनी कितने
चमच्च” शीर्षक पर नाटक का आयोजन किया गया|
उक्त नाटक को श्री मृदुल पाण्डेय द्वारा लिखा गया था एवं मंच पर प्रस्तुत करने हेतु श्री राघव त्रिपाठी द्वारा
निर्देशित किया गया था| कुमारी आकांछा शुक्ला द्वारा रूचि- मुख्य नायिका के तौर पर, श्री मृदुल पाण्डेय
द्वारा मोहित पाण्डेय – मुख्य नायक के तौर पर एवं श्री सत्यम द्विवेदी द्वारा वेटर एवं टी.टी. की भूमिका
निभाई गयी| आयोजित नाटकीय मंचन ने समस्त दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया|
आयोजित किये गए नाटक “चीनी कितने चमच्च” के बारे में निम्नलिखित अंश इस प्रकार से है:
“आपने आज मुझे उस सच से रूबरू करवा दिया , जिसका हिस्सा हो कर भी मैं उससे अनजान था.
लड़कियां देखना और फिर उनको बहाने बना कर मना कर देना मेरे लिए एक मजाक सा था . पर
कभी सोच ही न सका की मेरी उस " ना " का किसी पर क्या असर होता है . पछतावे से भरे ये शब्द
हिस्सा हैं “ चीनी कितने चम्मच नाटक “ के . जिसका मंचन कल कानपुर दिवस के अवसर पर मर्चेंट चैम्बर
हॉल में किया गया . सिर्फ दो केंद्रीय पात्रों से सजे इस नाटक के माध्यम से न सिर्फ समाज में शादी के नाम
पर किये जाने वाले दिखावे पर कटाक्ष किया गया , बल्कि शादी के लिए कई बार दिखाए जाने के बाद भी जब
एक लड़की नापसंद कर दी जाती है तो इसका उसके और उसके परिवार पर क्या प्रभाव पड़ता है , इसको भी
दर्शया गया|”
लगभग 35 मिनट के नाटक ने न सिर्फ दर्शकों को गुदगुदाया बल्कि बहुत कुछ सोचने के लिए मजबूर भी
किया . “चीनी कितने चम्मच A VERSATILE STAGE DRAMA” को दर्शकों की खूब सराहना और तालियाँ
मिली|
“चीनी कितने चम्मच A VERSATILE STAGE DRAMA“ का निर्देशन श्री राघव त्रिपाठी ने किया .राघव त्रिपाठी
ने इस नाटक को साहित्यकार स्व.प्रमोद त्रिपाठी को समर्पित किया . राघव त्रिपाठी ने कहा कि रंगमंच से आज
के युवाओं को जोड़ा जा सके एवं कानपुर की कला एवं साहित्य को एक मंच मिल सके इसलिए ये प्रयोग किया
गया है |
आयोजित नाटक का संचालन डॉ.आई.एम. रोहतगी, पूर्वअध्यक्ष, मर्चेंट्स चैम्बर ऑफ उत्तर प्रदेश एवं वरिष्ठ
सदस्य, मर्चेंट्स चैम्बर ऑफ उत्तर प्रदेश एवं मर्चेंट्स चैम्बर के सदस्य श्री स्वतंत्र सिंघ ने संयुक्त रूप से किया|
उपस्थित गणमान्य: उक्त नाटक में श्री जे.के. लोहिया, पूर्वअध्यक्ष एवं वरिष्ठ सदस्य, मर्चेंट्स चैम्बर ऑफ उत्तर
प्रदेश, श्री बी.के. लाहोटी, अध्यक्ष, मर्चेंट्स चैम्बर ऑफ उत्तर प्रदेश, श्री बी.एम. गर्ग, उपाध्यक्ष, मर्चेंट्स चैम्बर
ऑफ उत्तर प्रदेश, श्री राजिव मेहरोत्रा, सचिव, एन.टी.एम.डब्ल्यू.सी., मर्चेंट्स चैम्बर तथा नीम ट्री मोर्निंग वाकर्स
कल्ब संस्थाओं के सदस्यगण अपने परिवारीजनों के साथ उपस्थित थे|
200 कन्याओं की जांची गयी प्रतिरोधक क्षमता
व्यापारियों के उत्पीडन को लेकर मण्डलायुक्त को दिया ज्ञापन
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