Jio के 399 रुपये के रिचार्ज पर मिलेंगे 2,599 रुपए वापस।

नई दिल्ली (हरि ओम द्विवेदी): अगर आपने अभी तक रिलायंस जियो का 399 रुपए वाला रिचार्ज नहीं कराया है तो यह खबर आपके लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं है। रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने अपने सभी प्राइम मेंबर्स के लिए ट्रिपल कैशबैक ऑफर समेत प्राइम बेनेफिट्स की घोषणा की है।
इस घोषणा के तहत 399 रुपए या इससे अधिक के प्रत्येक रीचार्ज पर कूपन के रूप में 2,599 रुपए तक का कैशबैक दिया जाएगा, जिसका इस्तेमाल चुनिंदा जगहों पर खरीदारी के दौरान किया जा सकता है। ट्रिपल कैशबैक ऑफर में 399 रुपए या इससे अधिक के प्रत्येक रीचार्ज पर 400 रुपए मूल्य के जियो वाउचर और जियो के पार्टनर वॉलेट जिसमें शामिल हैं अमेजन पे, एक्सिस पे, फ्रीचार्ज, पेटीएम और फोनपे द्वारा 300 रुपए तक का तत्काल कैशबैक।
तीसरा बेनेफिट है एजियो डॉट कॉम पर 1500 रुपए की न्यूनतम खरीदारी पर जियो के प्राइम ग्राहकों को 399 रुपए की छूट। वहीं यात्रा डॉटकॉम पर हवाई टिकट खरीदने पर 1000 रुपए तक की छूट। रिलायंस ट्रेंड्स पर 1999 रुपए की खरीद पर 500 रुपए की छूट कंपनी के प्राइम ग्राहकों को दी जाएगी। यह एक्सक्लूसिव जियो प्राइम बेनेफिट्स 10 नवंबर से 25 नवंबर 2017 के बीच रीचार्ज कराने पर उपलब्ध होंगे।
कैशबैक तीन श्रेणियों में हासिल किया जा सकता है। 400 रुपए मूल्य के जियो कैशबैक वाउचर मायजियो एप में तुरंत उपलब्ध कराए जाएंगे, जिन्हें 15 नवंबर से इस्तेमाल किया जा सकेगा। पार्टनर वॉलेट द्वारा मिलने वाला तत्काल कैशबैक तुरंत ही यूजर के वॉलेट में डाल दिया जाएगा। ई-कॉमर्स वाउचर्स 20 नवंबर से उपलब्ध होंगे।





बिहार में दिवाली धनतेरस से शुरू कर भैया दूज तक मनायी जाती है। दिवाली के समय घर को साफ कर बाहर रंगोली बनाने का रिवाज है। बिहार के कुछ गांवों में दिवाली के दिन छोटी बच्चियां कुलिया-चुकिया भरती हैं जिसमें मिट्टी के बर्तनों में मिठाई भरकर लोगों के खिलाया जाता है। इसके बाद चित्रगुप्त की पूजा होती है। गोवर्धन पूजा की भी परम्परा है। साथ ही बिहार के कुछ गांवों में दिवाली के दिन काली-पूजन का चलन देखा गया है।
पंजाब के गांवों में दिवाली के समय ही चाउना मनाया जाता है। ये दिवाली के एक दिन बाद मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन से पहले जानवर घर छोड़ कर चले जाते हैं। चाउना के दिन घर के पुरुष जानवर को ढूंढने निकलते हैं तथा महिलाएं पारम्परिक नृत्य करती हैं। पश्चिम बंगाल में दिवाली को काली पूजा के रूप में भी मनाया जाता है। इस दौरान यहां घरों, मंदिरों तथा पंडालों में काली की पूजा होती है। काली पूजा के दौरान यहां बलि देने की प्रथा भी प्रचलित है।
