आगे क्या उम्मीद रखें?

आज के समय में जलवायु परिवर्तन की वजह से पश्चिमी डिस्टर्बेंस की तीव्रता और आवृत्ति में बदलाव आ रहा है। अनुसंधान दर्शाता है कि भविष्य में अधिक अस्थिर बरसात, तेज़ हवाओं और कभी‑कभी अनपेक्षित बर्फबारी हो सकती है। इस कारण स्थानीय प्रशासन मौसम चेतावनी प्रणाली को मजबूत कर रहा है, जबकि किसान नई बीज किस्में और जल-संरक्षण तकनीकें अपना रहे हैं। नीचे की सूची में आप पाएँगे कि हमारे लेख कैसे इन सभी पहलुओं को विस्तार से समझाते हैं — चाहे वह शीतकालीन वायुमार्गों की वैज्ञानिक व्याख्या हो, या खेती‑संबंधी प्रैक्टिकल टिप्स हों। इन जानकारियों के साथ आप भी मौसम की बदलती लहरों के लिए तैयार हो सकते हैं।

6 अक्तू॰
पश्चिमी डिस्टर्बेंस ने हरियाणा‑पंजाब में 6 अक्टूबर को की भारी बारिश
आरव रघुवंशी 0 टिप्पणि

6 अक्टूबर को पश्चिमी डिस्टर्बेंस ने हरियाणा‑पंजाब में भारी बारिश, ओले और तेज़ हवाएँ लाई, जैसा कि भारत मौसम विभाग ने पहले चेतावनी दी थी।

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