घटना के विरोध में पार्षदो और भाजपाईयों ने घेरा नौबस्ता थाना
कानपुर नगर, सूबे की योगी सरकार में जहां पुलिस व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने की लगातार कोशिश की जा रही है वहीं पुलिस का आम जनता के लिए रवैया नही सुधर रहा है। आज आम आदमी पुलिस के नाम से ही घबराता है। आये दिन समाचारपत्रों में पुलिस के कारनामें
छपते रहते है लेकिन न ही अधिकारी कोई एक्शन लेता शासन। एक बार फिर एक चैकी इंचार्ज पर एक ट्रांसपोर्टर को मारे का आरोप लगा है और इस विरोध में पार्षदो और और भाजपाइयों ने थाना नौबस्ता का घेराव कर कार्यवाही की मांग की।
नगर के जानेमाने पार्षद पीरोड निवासी वार्ड 49 महेंद्र नाथ शुक्ला के छोटे भाई राजेंद्र ट्रांसपोर्टर है। उन्होने बताया कि उनका चालक शफीक डीसीएम से यशोदानगर माल उतारने गया था तथा लौटते समय नौबस्ता चैराहे के पास एक ट्रक ने डीसीएम को टक्कर मारी दी, जिसमें डीसीएम का चालक घायल हो गया। घायल चालक को हैलट में भर्ती कराकर वह जब डीसीएम के लिए वापस घटना स्थल पर पहुंचे तो बसंत बिहार चैकी इंचार्ज ने क्रेन खुद लाने की बात कही। बताया जाता है कि चैकी इंचार्ज ने गाली गलौज की और उनकी चैकी जाकर कमरे में बंद करके पटे से बुरी तरह पीटा। इसके बाद जब पार्षद महेन्द्र नाथ को जानकारी हुई तो वह तत्काल कई पार्षदों को लेकर थाना नौबस्ता पहुंच गये, वहीं भाजपाई भी आ गये और चैकी इंचार्ज पर कार्यवाही की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। पार्षन ने चैकी इंचार्ज पर भाई का मोबाइल फोन और 40 हजार रू0 छीनकर सिपाहियों को देने का आरोप लगाया है। मौके पर हंगामा की सूचना पाते ही विंदनगर सीओ मनोज कुमार गुप्ता ने मौके पर पहुंच कर सभी को शांत कराया और कार्यवाही का आश्वासन दिया।