भक्त के भाव से भगवान करते कृपा,आप का व्यवहार संसार पुनः आप को होता है प्राप्त।
साधु बनना कठिन है,सरल बन्ना कठिन नहीं है शरीर समय उपरांत बढ़ोतरी को तत्पर रहता है उसी प्रकार अपने विश्वास को बढ़ाने मात्र से परमात्मा आपको दर्शन देंगे। परमात्मा भक्तों का भाव प्रेम देखते हैं रुपए पैसा नही यह कहा कथा वाचक किरीट जी महाराज ने वहीं कथा पंडाल में भजनों पर भक्त झूम उठे और छप्पन भोग के प्रसाद भक्तों ने चखा।
हरिओम द्विवेदी:- कानपुर; बुधवार आयोजित कथा में किरिट महाराज जी ने बताया कि जब व्यक्ति परेशान होता है तो प्रभु की आराधना करता है भक्ति के बगैर प्रभु की कृपा प्राप्त नहीं की जा सकती गिरिराज धरन प्रभु तुम्हारी शरण श्रीनाथ की शरण महा प्रभु की शरण के भजन पर भक्त भाव विभोर होकर झूम उठे। उन्होंने बताया की एक भूला भटका व्यक्ति जो प्रभु की शरण मेंं आता है तो प्रभु उसे माफ कर अपनी कृपा रूपी शरण में ले लेता है। परमात्मा को प्रेम चाहिए तुम्हारा पैसा नहीं चाहिए ब्रिज वासियों ने प्रभु को गले लगाया। आप जो किसी को देते हैं वही आपको मिलता है यदि आप किसी से प्रेम करोगे तो आपको प्रेम मिलेगा यदि आप चोरी करोगे तो आपको किसी न किसी तरीके की कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ सकता है। मानव में नकारात्मक विचार नहीं होना चाहिए। जो व्यक्ति जिस प्रकार का विचार रखता हैै प्रभुु उसी प्रकार फल देते हैं। यदि व्यक्ति का विचार शुद्ध है तो उसे प्रभु की कृपा प्रदान करते हैं और उसेे सभी चीजें सांसारिक जीवन में प्रधान होती है। भज गोविंद गोविंद गोविंद गोपालाा के भजन में भक्ति नृत्य करने लगें। आज प्रभु को छप्पन भोग का प्रसाद अपन किया। इस मौके पर चिन्मय बांध आश्रम मंधना के स्वामी गंगेशा महाराज समिति के अध्यक्ष रामकिशन अग्रवाल महामंत्री रामकृष्ण तुलसियान विनोद मुरारका मनोज अग्रवाल ज्ञानेंद्र बिश्नोई अखिलेश मिश्रा ज्ञान मिश्रा आदि उपस्थित रहे।