पोषाहार जब पालतू जानवरों को खिलाया जा रहा है तो गर्भवती महिलाओं को क्या दिया जाता होगा।
1 min readअमेठी से विजय कुमार सिंह
सरकार का भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की कोशिश भले ही भाषणों में और कागज़ों में होती रही रही हो लेकिन धरातल पर कुछ और ही होता है। भ्रष्टाचार को खुले आम जोर शोर से किया जा रहा है।
मामला यूपी के अमेठी के भेटुवा ब्लॉक के आंगन बाड़ी केंद्र टिकरी के श्री का पुरवा केंद्र का है। आंगनबाड़ी केंद्र से मिलने वाला पोषाहार जो बच्चों व गर्भवती महिलाओं के लिए मुफ्त में सरकार की तरफ से बांटा जाता है उसे टिकरी के श्री का पुरवा केंद्र की कार्यकत्री उमा कश्यप कितना बेधड़क होकर अपनी पालतू गायों व कुत्तों को खिला रही है, सीसी कैमरे में साफ तौर पर देखा जा सकता है।
अब सवाल उठता है कि आखिर इतनी मात्रा में पोषाहार जब पालतू जानवरों को खिलाया जा रहा है तो गर्भवती महिलाओं को क्या दिया जाता होगा। सरकारी योजनाओं को पलीता लगाने वाला बाल विकास परियोजना विभाग आखिर किसकी शह पर भ्रष्टाचार व मनमानी कर रहा है।
मीडिया को इसकी जानकारी मिलते ही ढीठ कार्यकत्री उमा कश्यप से जानकारी की गई तो पहले उन्होंने कुछ बताने से इंकार कर दिया लेकिन जब डी एम को इस बारे बात की जानकारी देने की बात कही गई तो उसने अपनी गलती मानते हुए आगे से अब ऐसा न करने की बात कही।
वहीं जब मामले में बाल विकास परियोजना अधिकारी पुष्पा मिश्रा से पूंछा गया तो उनका रटा रटाया जवाब था कि मीडिया द्वारा वीडियो दिखाने पर हमें जानकारी हुई है। इसकी जांच की जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
अब यहां देखने वाली बात ये है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री उमा कश्यप अपनी गलती भी स्वीकार कर रही है, उसके घर के बरामदे में अलमारी पर पोषाहार के पैकेट भी ज्यादा मात्रा में रखे हुए है जो वीडियो में साफ तौर पर दिख रहा है, फिर भी अभी जांच करना है। भ्रष्टाचार का ताजातरीन व सनसनी खेज मामला व साक्ष्य होने के बाद भी अब कौन सी जांच होगी।