श्रद्धा श्री विजय कौशल जी:- हनुमान जी सभी को राम से मिलाते हैं
राम रावण युद्ध और लक्ष्मण जब मूर्छित हो जाते हैं और हनुमानजी सुषेन वैद्य को सपरिवार लंका से उठा कर युद्धक्षेत्र में रख देते हैं, तब सभी लोग हनुमान पर हँसते हैं हनुमानजी प्रभु श्री राम को उत्तर देते हुए कहते हैं कि प्रभु जो रघुवंश की रक्षा में लगा हुआ है उसके तो कई जन्मों की मुक्ति हो गयी, केवल सुषेन को लाने से यही हो पाता इसीलिए मैं उनके परिवार को आपसे मिलाने के लिए लाया जिससे उनका जीवन भी सफल हो जाए राम कथा की यह विशेषता है कि हनुमानजी ही राम जी को सबसे मिलवाते हैं – सुग्रीव, विभीषण, रावण, सुषेन।
संवाददाता हरिओम द्विवेदी कानपुर आज दिव्य प्रेम सेवा मिशन हरिद्वार के सेवा प्रकल्पों को समर्पित 24 सितंबर से हो रही श्री राम कथा बृजेन्द्र पार्क में, आज,दिन मंगलवार को कथा का पड़ाव पूर्ण समाप्ति की ओर रहा।आज संत श्री विजय कौशल जी महाराज ने राम रावण युद्ध की कथा कही महाराज जी ने बताया कि पूरी लड़ाई में हनुमानजी ने गदा का प्रयोग नहीं किया बल्कि मुष्टि का प्रयोग किया हनुमानजी जी की मुष्टिका प्रहार की शिकार केवल लंका के द्वार की रखवाली करने वाली राक्षसी ही नहीं वरन मेघनाद, कुंभकर्ण और रावण भी रहे | लक्ष्मण मेघनाद युद्ध में राम का उद्देश्य कामदेव पर एक सदगृहस्थ की विजय का था, ब्रह्म की विजय का नहीं मेघनाद काम का प्रतीक है और लक्ष्मण नियम से जीने वाले ग्रहस्थ के, जो 14 वर्ष सोया ही नहीं उसकी नियम पालन पर कोई संदेह किया जा सकता है क्या लक्ष्मण जब मूर्छित हो जाते हैं और हनुमानजी सुषेन वैद्य को सपरिवार लंका से उठा कर युद्धक्षेत्र में रख देते हैं, तब सभी लोग हनुमान पर हँसते हैं हनुमानजी प्रभु श्री राम को उत्तर देते हुए कहते हैं कि प्रभु जो रघुवंश की रक्षा में लगा हुआ है उसके तो कई जन्मों की मुक्ति हो गयी, केवल सुषेन को लाने से यही हो पाता इसीलिए मैं उनके परिवार को आपसे मिलाने के लिए लाया जिससे उनका जीवन भी सफल हो जाए राम कथा की यह विशेषता है कि हनुमानजी ही राम जी को सबसे मिलवाते हैं – सुग्रीव, विभीषण, रावण, सुषेन… आदि। आज की कथा के यजमान श्रीमती व श्री शरद अग्रवाल जी थे।
आज के विशिष्ट अतिथि भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री मानवेंद्र प्रताप जी, कानपुर प्रांत के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री श्री कमल नयन जी, महापौर श्रीमती प्रमिला पाण्डेय जी श्रोताओं में डॉ अर्चना पांडेय, डॉ ईशा यादव, डॉ रश्मि पाठक, डॉ रीता, डॉ दीप्ति, डॉ सुष्मिता,डॉ रश्मि तिवारी, डॉ प्रेरणा, रेनू श्रीवास्तव, रेणू सिंह, श्रीमती विमला दीक्षित, श्री विजय दीक्षित, डॉ महेन्द्र, डॉ ए एल पाठक, डॉ अखिलेश, प्रकाश सिंह गौर, सुनील पालीवाल आदि उपस्थित रहे |