कमलेश तिवारी मर्डर: का खुलासा सूरत के मीठाई के डब्बे से तीनों हत्यारे गिरफ्तार
1 min readकमलेश तिवारी फाइल फोटो
कमलेश तिवारी मर्डर: हत्यारों की तलाश के लिए बनी 10 टीमें, सीएम बोले- किसी को बख्सा नहीं जाएगा। सीसीटीवी में नजर आ रहे थे हत्याकांड में लिप्त कट्टरपंथी सोच वाले हत्यारे।
संवाददाता-हरिओम द्विवेदी:-लखनऊ;- उत्तर प्रदेश के कमलेश तिवारी हत्याकांड से देशभर में सनसनी है. इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान भी आया है. सीएम योगी ने कहा है कि अगर कमलेश तिवारी का परिवार उनसे मिलने आएगा तो वो जरूर मिलेंगे, उन्होंने ये भी कहा कि कमलेश तिवारी की हत्या राज्य में दहशत फैलाने की कोशिश और और ऐसी साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ”यह दहशत पैदा करने की एक शरारत है, इसमें कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. जिनमें तीन लोगों को गुजरात में और दो लोगों को उत्तर प्रदेश में हिरासत में लिया गया है. बाकी लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई जारी है. लगातार मामले की विवेचना की जा रही है. इस मामले की जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम कर रही है. आज शाम को मैं फिर एक बार इसकी समीक्षा करूंगा.”
कमलेश तिवारी के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 10 टीनें बनाई गई हैं. इनमें से सात टीमें लखनऊ में और तीन टीमें दूसरे जिलों में छानबीन कर रही हैं. एसपी क्राइम की टीम सूरत में, सीओ हजरतगंज, सीओ गाजीपुर की टीम प्रदेश अलग अलग जगहों पर छापेमारी में कर रही है.कमलेश तिवारी का परिवार सीएम योगी के आने के बाद ही अंतिम संस्कार की जिद पर अड़ा था. लेकिन पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारियों के आश्वासन पर परिवार अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गया. कमलेश तिवारी के पैतृक घर सीतापुर में उनका अंतिम संस्कार किया गया. बता दें कि लखनऊ के कमीश्नर मुकेश मेश्राम, आईजी के साथ मिलने गए और परिवार की मांगों को पूरा करने का भरोसा भी दिया. दोपहर करीब 2 बजे उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया. कमलेश तिवारी के परिवार ने अधिकारियों के सामने कुछ मांगे रखीं. जिनमें एनआईए और एसआईटी इस मामले की जांच करे. परिवार ने यह भी कहा कि मुआवज़े के साथ साथ बेटे की नौकरी भी सरकार सुनिश्चित करे. पुलिस ने अपनी थ्योरी में अलग अलग बातेंं बताकर गुप्त रूप से अपनी जांच पूरी करी। पुलिस ने किया साजिशकर्ताओं को पकड़ने का दावा- पुलिस ने केस सुलझाने का दावा किया है, गुजरात ATS का दावा है कि तीन आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. गुजरात ATS के DIG हिमांशु शुक्ला ने कहा कि हिरासत में लिए गई तीनों आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. यूपी पुलिस के DG ने भी माना कि तीनों साजिशकर्ता संलिप्तता कबूल कर ली है. 2015 में भड़काऊ भाषण देने के मामले में हिंदूवादी नेता की हत्या की गई। पकड़े गए तीन संदिग्धों के नाम मौलाना मोहसिन शेख सलीम (24), फैजान (30) और खुर्शीद अहमद पठान (30) हैं.
मिठाई के डब्बे से मिला पुलिस को सुराग
पुलिस को इस हत्याकांड का सुराग एक मिठाई के डिब्बे से लगा. मिठाई का डिब्बा सूरत की एक दुकान का था, कहा जा रहा है इसी मिठाई के डिब्बे में हत्यारे हथियार छिपाकर लाए थे. डिब्बे को लेकर सूरत के उधना इलाके की धरती फरसाण में जाकर CCTV के आधार पर छानबीन शुरू की गई. दुकान के सीसीटीवी की जांच के आधार पर संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. वही इंटरनेशनल हाथ होने की संभावनाएं दुबई केेेे राशिद पठान ने सूरत आकर पिस्टल हत्या में प्रयोग में करने के लिए खरीदी।