कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री श्री अनंत कुमार हेगडे की गरिमामयी उपस्थिति में भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के प्रशिक्षण महानिदेशक (डीजीटी) और मारुति सुजुकी इंडिया लि. ने आज एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, ताकि कौशल भारत मिशन के तहत युवाओं को ऑटोमोबाइल एवं विनिर्माण उद्योग से संबंधित उच्च रोजगार संभावनाएं वाले कारोबार मुहैया कराए जा सकें। इस फ्लेक्सी एमओयू पर श्री विजय कुमार देव, महानिदेशक, डीजीटी (एमएसडी) और श्री मुकेश कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष (मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड) ने हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर भारत सरकार के माननीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री श्री अनंत कुमार हेगडे ने कहा, ‘मैं आपके बीच यहां आकर एवं आपसे नई चीजें सीखकर अत्यंत प्रसन्न हूं। यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहल है और इसका हिस्सा बनने पर मुझे बेहद खुशी हो रही है। मारुति पिछले दो वर्षों से बुनियादी प्रशिक्षण देती रही है और हमारे पिछले संवाद के दौरान कंपनी ने अपनी पहुंच बढ़ाने संबंधी इरादा व्यक्त किया था। मैं यह सुझाव देना चाहूंगा कि मारुति को बुनियादी प्रशिक्षण के साथ-साथ उन विद्यार्थियों को अग्रिम स्तर का प्रशिक्षण भी देना चाहिए जो इस दिशा में अपनी जानकारियां और ज्यादा बढ़ाने को उत्सुक हैं। फिलहाल यह प्रशिक्षण 10वीं एवं 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों की जरूरतों को पूरा करता है।’
ऑटोमेशन एवं ऑटोमोबाइल क्षेत्र से जुड़े सहायक उद्योगों में ऐसी विभिन्न कंपनियां कार्यरत हैं, जिनका संचालन उद्यमियों द्वारा किया जा रहा है। इन उद्यमियों को अपना कारोबार सफलतापूर्वक चलाने के लिए आरंभिक प्रशिक्षण की सख्त जरूरत है। मारुति इन नवोदित उद्यमियों के लिए विशेष पाठ्यक्रम तैयार कर सकती हैं, क्योंकि कौशल प्रशिक्षण और उद्यमिता एक ही सिक्के के दो अहम पहलू हैं।’
उपर्युक्त समझौते के तहत डीजीटी के साथ सलाह-मशविरा करके मारुति सुजुकी ऑटोमोबाइल उद्योग की जरूरतों के अनुरूप विशिष्ट प्रशिक्षण मॉड्यूल विकसित करेगी। यह कंपनी आईटीआई, क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्रों, प्रशिक्षणदाता भागीदारों के प्रशिक्षण केंद्रों और मारुति सुजुकी से संबंधित वेंडरों एवं डीलरों के यहां उपलब्ध सुविधाओं एवं सेवाओं से लाभ उठाते हुए देश भर में विभिन्न स्थानों पर अपने पाठ्क्रम शुरू करेगी। इन पाठ्यक्रमों में विनिर्माण, ऑटोमोटिव सेवा एवं मरम्मत, ऑटोमोटिव बॉडी मरम्मत एवं ऑटोमोटिव पेंट मरम्मत शामिल हैं।
सफल प्रशिक्षु मारुति सुजुकी अथवा इसके व्यावसायिक भागीदारों के यहां रोजगार पाने के पात्र होंगे। हालांकि, इससे पहले इन प्रशिक्षुओं को मारुति सुजुकी अथवा इसके व्यावसायिक भागीदारों के चयन पैमाने पर खरा उतरना होगा। 15 दिसम्बर, 2017 तक 1680 से भी ज्यादा विद्यार्थियों ने संबंधित पाठ्यक्रम में अपना नामांकन करा लिया है और यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2018-19 तक बढ़कर 2400 हो जाने की आशा है।
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