कानपुर, 24 मार्च । चैत्र नवरात्र में शनिवार को सप्तमी व अष्टमी के अद्भुत मिलन से दुर्लभ संयोग बना। इस संयोग को देखते हुए माता मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही पूजा अर्चना करने को पहुंचने लगे। श्रद्धालुओं ने माता के कालरात्रि व मां अन्नपूर्णा (महागौरी) के स्वरूपों की पूजा कर आशीष मांगा।
बासंतिक चैत्र नवरात्र में सप्तमी व अष्टमी के साथ होने पर विशेष योग बना है। भक्तों के इस विशेष योग में पूजा करने से परिवार में सुख-शांति व समृद्धि प्राप्त होती है। इसको देखते हुए जनपद के सभी माता के मंदिरों में भोर से ही भक्तों का सिलसिला शुरू हो गया। मंदिरों में भक्तों को आज पूजा अर्चना करने को लेकर उत्साह देखते ही बन रहा था।
घाटमपुर स्थित कुष्मांडा देवी के प्राचीन मंदिर में तो देर रात से ही भक्तों का रैला पहुंचने लगा था। यहां पर दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने दर्शन के साथ माता को नैवद्य, फल फूल, नारियल व श्रृंगार सामग्री अर्पित कर विधि-विधान से पूजा की और आशीर्वाद प्राप्त किया। इसी तरह जूही स्थित बारादेवी मंदिर, बिरहाना रोड स्थित तपेश्वरी मंदिर, वैभव माता मंदिर, नारामऊ स्थित दुर्गा मंदिर, मोतीझील स्थित दुर्गा मंदिर सहित जिलेभर के मंदिरों में भोर से लेकर देर रात तक माता के दरबारों में घंटियों की आवाज और रह-रहकर जयकारें ‘सांचे दरबार की जय‘, मां दुर्गा की जय-जय…. आदि से गुजांयमान रहें।
पुजारी रामऔतार पांडेय ने बताया कि, शनिवार को चैत्र नवरात्रि की सप्तमी और अष्टमी एक ही दिन है। यह दुर्लभ संयोग द्विपुष्कर योग कहलाता है। ऐसा संयोग सैकड़ों वर्षों बाद ग्रह-नक्षत्रों के अद्भुत मिलन से बनता है। इस दिन पूजा का व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उसे सौभाग्य प्राप्त होता है।
कन्या पूजा कर लिया आशीष
भक्तों ने अष्टमी पूजन के साथ ही कन्या पूजन का दौर भी शुरू हुआ गया। माता की पूजा कर मंदिरों में कन्या भोज कराया गया। भारी संख्या में जनपद के मंदिरों के साथ समाजसेवियों व भक्तों द्वारा भी कन्या भोज व प्रसाद वितरण किया गया। घरों में भी कन्या पूजन व भोज कराया माता का आशीर्वाद प्राप्त किया। व्रतियों ने कन्या पूजन कर व्रत खोला गया।
ज्वारों का निकलना हुआ शुरू
चैत्र नवरात्रि की अष्टमी के साथ ही शनिवार को शहर में ज्वारों को निकलने का सिलसिला शुरू हो गया। बारादेवी मंदिर में मुंह पर सांग (लोहे की राड) लगाकर माता के भक्त दरबार पहुंचे और यहां पर पुजारी ने पूजा कराकर सांग निकलवाई। ज्वारों के निकलने के चलते जूही की ओर जाने वाले रास्तों पर सुबह से ही ट्रैफिक विभाग द्वारा रूट डायवर्ट कर दिया गया है। जगह-जगह पर पुलिस बल तैनात है। यहां पर भारी संख्या में ज्वारों के आने से सड़कों पर वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। ज्वारें लेकर निकलने वालों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो इसके लिए समाजसेवियों द्वारा पुलिस के साथ रास्तों पर सहयोग किया जा रहा है।
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