हरदोई के सुप्रसिद्ध समाजसेवी राजवर्धन सिंह राजू पितृ विहीन गरीब ब्राह्मण बालिका के करायेंगे पीले हाथ
हरदोई। (अयोध्या टाइम्स)हरदोई जिले मे गरीबों के मसीहा के रूप मे जाने जाने वाले समाजसेवी राज्यवर्धन सिंह राजू एडवोकेट 14फरवरी 2020 को एक गरीब विधवा ब्राह्मण महिला की पुत्री के हाथ पीले कराने जा रहै है।प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम मरई मजरा कुर्सेली निवासी श्रीमती कमला देवी तिवारी पत्नी स्व विपिन तिवारी की बेटी सलोनी की शादी शाहजहांपुर जिले के गांव सादिक पुर मे सुनील मिश्रा से तय की। दिनांक 14फरवरी को बारात आनी है।लेकिन गरीबी से जूझती विधवा ब्राह्मणी जब अपनी बेटी के हाथ पीले करने की तैयारी करने मे असफल हो गयी इस कारण से यह आत्महत्या करने जा रही थी बजह सिर्फ इतनी है कि यह अपनी लड़की की शादी के लिए इंतजाम नही कर पा रही हैं निर्धनता और लाचारी की बजह से बेटी की शादी न हो पाने पर आत्महत्या करने की ठान ली, क्योंकि इस महिला ने हर जनप्रतिनिधि और शासन से मदद की गुहार लगाई परंतु कारगर साबित नही हुई, अंत में इस महिला को मजबूरन यह कदम उठाना पड़ा। अपनी इज्जत व लडकी की शादी की व्यवस्था न होने से बदहवास इस गरीब विधवा ब्राह्मणी को लोगो ने समाजसेवी राजवर्धन सिंह के बारे मे बताया फिर क्या था बडी आस लिये यह गरीब महिला राजवर्धन सिंह के आवास पर पहुंच गयी आवास पहुंच कर विधवा ब्राह्मणी ने अपना पूरा हाल बताया जिसे सुनकर राजवर्धन भावुक हो गये उन्होने गरीब विधवा ब्राह्मणी कमला देवी को भरोसा देते हुये कहा कि आप की बेटी की बारात मेरे आवास नटवीर पुलिया हरदोई पर आयेगी हम पूरी बारात की व्यवस्था करेगे और बिटिया के पांव पूजकर हाथ पीले करायेगें। यह सुनकर जहाँ एक ओर गरीब विधवा ब्राह्मणी कमला देवी के आंसू निकल पडे वही एक सवाल यह भी उठ खडा हुआ कि ब्राह्मणो के कल्याण के लिये जहाँ तमाम ब्राह्मण संगठन अस्तित्व मे वहीं सरकार की तमाम विवाह सम्बन्धित योजनाएं संचालित है लेकिन आखिर क्या कारण है कि ऐसे गरीब परिवारों को इन योजनाओं का लाभ नही मिल पा रहा है।जबकि कमला देवी ने शादी अनुदान हेतू समाजकल्याण विभाग मे आवेदन भी किया है। फिर भी इस गरीब विधवा को लाभ नही मिल सका। राजवर्धन सिंह द्वारा इस गरीब विधवा ब्राह्मणी की बालिका के हाथ पीले कराने का वीणा उठाना जहाँ एक ओर विशुद्ध क्षत्रियत्व की निशानी है वही ब्राह्मण समाज के नाम पर चल रहे तमाम ब्राह्मण संगठनो के मुंह पर एक जोरदार तमाचा से कम भी नही है।