भारत की विशालतम हनुमान मूर्ति की हुई पूजा अर्चना।
दुनिया की गगनचुंबी महाबली हनुमान की प्रतिमा, कई मीलों की दूरी से भी आती है नजर।
हरि ओम : हिंदू धर्म और आस्था के अनुसार राम केे परमभक्त हनुमान का जन्म उत्सव आज पूरे भारतवर्ष में बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। वही एक स्यथान
ऐसा भी है जहां हनुमान सर्वाधिक विशाल रूप में विराजमान है इस मूर्ति की ऊंचाई 135 मीटर है हिंदू धर्म को मानने वाले लोग ज्यादा रहते हैं और यहां जितने मंदिर हैं शायद ही उतने मंदिर किसी और देश में हो. वैसे तो भारत में हर थोड़ी दूरी पर एक ऐसा मंदिर जरूर मिल जाता है जहां हजारों भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए दर्शन करने जाते हैं. यहां सालों से ही मूर्तियों को ईश्वर का प्रतीक माना जाता है और भारतीय लोगों का इन मूर्तियों पर अटूट विश्वास भी होता है।
कई मीलों की दूरी से भी देख सकते हैं
यहां आपको किसी मंदिर में बहुत ही छोटी सी मूर्ति के दर्शन करने को मिलेंगे और कुछ पवित्र धामों पर कितनी बड़ी मूर्तियां दिख जाएंगी कि जिन्हें कई मीलों दूर से भी देखा जा सकें. आज 31 मार्च, शनिवार को हनुमान जयंती है. इस मौके पर हम आपको बता रहे हैं हनुमानजी की ऐसी ही मूर्ति के बारे में जो इतनी विशाल है कि आप उन्हें कई मीलों की दूरी से भी देख सकते हैं.
आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में दुनिया की सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमा
दरअसल, आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में दुनिया की सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमा है. इस प्रतिमा को वीर अभय अंजनी हनुमान स्वामी के नाम से जाना जाता है. इस मूर्ति की ऊंचाई लगभग 135 फीट की है, जो दुनिया में सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमा मानी गर्इ है. वर्ष 2003 में इसकी स्थापना की गई थी.
कहा जाता है कि भगवान हनुमान की यह प्रतिमा रियो डी जनेरियो में क्राइस्ट द रिडीमर की प्रतिमा से भी लंबी है. भारत में कई ऐसे राज्य हैं जहां भगवान हनुमान की कई विशाल मूर्ति बनी हुई हैं लेकिन आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में भगवान हनुमान की बेहद ही विशाल प्रतिमा है. यह मूर्ति विजयवाड़ा के परिटाला जगह में स्थित है.
यह मूर्ति विश्व की सबसे बड़ी और भारत की सबसे ऊंची प्रतिमा मानी जाती है. इस मूर्ति की ऊंचाई करीब 135 फीट है.