अपने आप को शनि देव का भक्त बताने वाले धर्मगुरु दाती महाराज पर अपने ही आश्रम में रहने वाली एक शिष्या के साथ बलात्कार करने का आरोप लगा है। ये पहला मामला नहीं है जब गुरु के नाम पर ग्रहण लगा हो, गुरु का नाम पहले भी कई संत बदनाम कर चुके हैं। और अब रेप का नया आरोप दाती महराज पर लगा। हम आज आपको बताएंगे की कौन है ये दाती महराज?
कौन है ये दाती महराज?
दिल्ली के फतेहपुर बेरी में एक मंदिर है शनिधाम । इस मंदिर की स्थापना दाती महराज ने की। आसपास के लोग इस मंदिर में पूजा करने आते है, और शनि मंदिर में उनकी काफी आस्था हैं। लेकिन जब से ये खबर सामने आई है तब से मंदिर के भक्त सकते में हैं।
दाती महाराज के नाम के आगे ‘स्वघोषित संत’ लगया गया है। दाती महाराज सोशल मीडिया के स्टार भी हैं। उनकी कृपा असल ज़िंदगी में हो न हो, लेकिन इंटरनेट पर खूब चलती हैं। दाती महाराज काफी हाइटेक है वो कैमरा फेंसिंग संत है।
दाती ने धर्मिक बिजनेस करने के लिए दो वेबसाइट बना रखी है, एक उनके नाम से है और एक शनिधाम के नाम से। यूट्यूब पर Gurumantra With Daati Maharaj नाम से एक वेरिफाइड चैनल भी हैं।
यहां दाती महाराज को ‘श्री सिद्ध शक्तिपीठ शनिधाम पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर परमहंस दाती जी महाराज’ लिखा गया है।
शुरुआती सफर
इसी वेबसाइट के आधार पर हमें जानकारी मिली है कि वो इस दुनिया में 10 जुलाई, 1950 में जन्मे। और इन महान महाराज की जन्मभूमि राजस्थान के पाली ज़िले का अलावस गांव हैं। बचपन में ही रेप के आरोपी महाराज की मां का स्वर्गवास हो गया था। जिसके बाद उन्होनें पक्का बिजनेसमैन बनने की ठानी और सोचा धर्म से बड़ा कोई बिजनेस तो है नहीं चलो इसी में ही हाथ साफ किया जाए जिसके बाद दाती महाराज ने आज एक बड़ा साम्राज्य खड़ा कर लिया है। अलावास में उनका एक अनाथ बच्चों के लिए दिखावटी आश्रम है जहां अनाथ बच्चे रहते हैं। आश्रम के अंदर वास्तव में क्या होता है ये जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं हैं ।
रेप के आरोपी दाती महाराज के स्कूल और कॉलेज चलते है। महाराज के आश्वासन बाल ग्राम का इन स्कूलों और कॉलेज पर नियंत्रण रहता हैं। श्री शनिधाम ट्रस्ट के पास जिसके सर्वे-सर्वा दाती महाराज हैं।
वेबसाइट के मुताबिक दाती महाराज के महामंडलेश्वर की उपाधि श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा हरिद्वार से मिली है और गायों की सेवा करना, अनाथ बच्चों को तालीम देना और औरतों के अधिकारों की रक्षा करना उनके जीवन के लक्ष्य हैं। ये भी लिखा है कि उन्होंने 250 से ऊपर किताबें लिख दी हैं।
महराज का शनिदेव पर PhD ज्ञान
रेप के आरोपी दाती महाराज ने भगवान शनिदेव पर भी लोगों को अपना खूब ज्ञान परोसा हैं। उनकी मानें तो भ्रांतियों की वजह से लोग शनि से डरते हैं जबकि वो भी बाकी ग्रहों की तरह एक कल्याणकारी ग्रह है।
शनिधाम ट्रस्ट का दावा है कि वो कभी दान नहीं मांगते और उसके पास आया पैसा दाती महाराज के उन टीवी शो से आता है जिनमें वो राशिफल और पंचाग वगैरह बताते हैं। हमने उनके यूट्यूब चैनल पर गौर किया। इस चैनल के साढ़े चार लाख सब्सक्राइबर हैं। लेकिन ज़्यादातर वीडियो 1 हज़ार से 10 हज़ार बार ही देखे गए थे। कई वीडियो ऐसे थे जिन्हें 100 से भी कम बार देखा गया था। खैर, रेप के आरोप के बाद ये सारा काम एक तरफ रह गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिकायत के बाद से दाती महाराज अपने आश्रम से गायब हैं।
क्या है पूरा मामला
शनिधाम के संस्थापक दाती महाराज के खिलाफ उनकी एक शिष्या ने यौन शौषण के आरोप लगाए हैं। पीड़ित महिला ने दिल्ली पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने पड़ताल के बाद दुष्कर्म और यौन शोषण से जुड़ी धाराओं में केस दर्ज किया। दाती महाराज से जल्द ही उनसे पूछताछ हो सकती है।
पीड़िता ने 2 साल तक नहीं की शिकायत
पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि कि शनिधाम के अंदर दो साल पहले महाराज ने उसका यौन शोषण किया। समाज में बदनामी और डर की वजह से उसने पहले शिकायत नहीं की। पुलिस ने दाती महाराज पर 376 (दुष्कर्म), 377 (अप्राकृतिक यौन संबंध), 354 (छेड़छाड़) की धाराएं लगाई हैं।
यौन शोषण का आरोप लगाने वाली पीड़िता इन्साफ के लिए एक हफ्ते से परिवार के साथ दर-दर भटकती रही। उन्होंने जान पर खतरे का अंदेशा जताया है और पुलिस प्रोटेक्शन की मांग की है
पीड़िता ने चिट्ठी लिख बताई आपबीती…
‘मुझे नहीं पता शिकायत के बाद मेरा क्या होगा.. शायद आप लोगों के बीच में मैं न रहूं, मगर औरों की जिंदगी बर्बाद न हो’
मैं……………. आज आपसे उस बारे में शिकायत करने जा रही हूं, जिसे डर के कारण, पारिवारिक खातमे के डर से हिम्मत न कर सकी। मगर अब घुट-घुट कर जिया नहीं जाता। भले मेरी जान क्यों न चली जाएं, जिसकी मुझे पूरी आशंका है। फिर भी मरने से पहले यह सच सबके सामने लाना चाहती हूं….
मेरे साथ दाती मदनलाल राजस्थानी ने अपने सहयोगी श्रद्धा उर्फ नीतू, अशोक, अर्जुन, नीमा जोशी के साथ मिलकर 9 जनवरी 2016 को दिल्ली स्थित आश्रम श्री शनि तीर्थ, असोला फतेहपुर बेरी में रेप, कुकर्म किया। यह तब हुआ जब मुझे ‘चरण सेवा’ के लिए श्रद्धा उर्फ नीतू के द्वारा दाती मदनलाल राजस्थानी के पास ले जाया गया। मेरे प्राइवेट पार्ट में …… किया गया। उस रात चीखती-चिल्लाती, दर्द से कराहती रही।
यही चीजें मेरे साथ 26, 27, 28, मार्च 2016 को राजस्थान स्थित गुरुकुल, सोजत शहर, जिला पाली में दाती मदनलाल राजस्थानी ने दोहराईं। अनिल व श्रद्धा ने इस घटना को अंजाम देने के लिए दाती मदनलाल राजस्थानी का भरपूर साथ दिया। अनिल ने भी यही सब किया। इन दोनों घटनाओं में मेरे शरीर के हर हिस्से को जानवरों की तरह नोंचा गया। ये सब मेरे साथ ‘चरण सेवा’ के नाम पर किया गया।
श्रद्धा उर्फ नीतू हमेशा कहती, …‘इससे तुम्हें मोक्ष प्राप्त होगा। यह भी सेवा ही है। तुम बाबा की हो और बाबा तुम्हारे। तुम कोई नया काम नहीं कर रही हो, सब करते आए हैं। कल हमारी बारी थी, आज तुम्हारी बारी है, कल न जाने किसकी होगी। बाबा समंदर हैं और हम सब उसकी मछलियां हैं। इसे कर्ज समझ कर चुका लो’…
इन तीन दिनों में अनिल ने भी मेरे साथ जबर्दस्ती रेप, कुकर्म किया। ये तीन रातें मेरी जिंदगी की सबसे भयानक रातें थीं। इस तीन रातों में न जाने मेरे साथ कितनी बार …किया। ये सब करते हुए मदललाल राजस्थानी ने एक बात कही- ‘तुम्हारी सेवा पूरी हुई’…
इस घटना के बाद मेरी सोचने की इच्छाशक्ति मानो जैसे खत्म हो गई थी। घुट-घुट के जीने से अच्छा है एक बार लड़कर मरूं ताकि इस गंदे राक्षस की सच्चाई सबके सामने ला सकूं। ना जाने कितनी ही लड़कियां मेरी तरह बेबस, लाचार हैं।
मुझे नहीं पता इस शिकायत के बाद मेरा क्या होगा। शायद मैं आप लोगों के बीच न रहूं पर मेरी पुकार आप सभी के बीच रहेगी। सिर्फ इसी उम्मीद के सहारे यह पत्र लिख रही हूं। शायद मुझे न्याय मिले व औरों की जिंदगियां बर्बाद होने से बच सकें। मदनलाल राजस्थानी को जीने का अधिकार नहीं हैं।
मेरी एक ही इच्छा है कि इसके कर्मों की सजा फांसी होनी चाहिए। आपसे यह प्रार्थना है कि मेरा नाम, मेरी पहचान, मेरा पता गुप्त रखा जाए। वरना उसके द्वारा दी गईं धमकियां (न तू रहेगी, न तेरा अस्तित्व) सच हो जाएंगी, जिसकी वजह से आज तक चुप रही।
मुझे व मेरे परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए, अगर मुझे सुरक्षा नहीं दी गई तो यह तय है, न मैं रहूंगी, न मेरा परिवार। सब खत्म हो जाएगा। दाती मदनलाल राजस्थानी बहुत खतरनाक है।
अब तक इसलिए चुप रही। मुझे नहीं लगता था कि मेरा कोई साथ देगा। मगर जब बर्दाश्त से बाहर हो गया तो इस बारे में अपनी ममी-पापा को बताया। उन्होंने वचन दिया कि आखिरी सांस तक तुम्हारा साथ देंगे।
न्याय की इच्छा मरने से पहले और मरने के बाद, जो मेरे साथ हुआ और किसी के साथ न हो।