जम्मू। जम्मू – कश्मीर के अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी रेंजरों की ओर से मोर्टार दागने की घटना में एक महिला और एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) सहित छह लोग घायल हो गए हैं। मोर्टार अरनिया कस्बे और एक पुलिस थाने पर गिरे। अधिकारियों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवान उनका मुंह तोड़ जवाब दे रहे हैं और ताजा रिपोर्ट मिलने तक दोनों ओर से भारी गोलाबारी जारी थी। भारी गोलीबारी से स्थानीय लोगों के बीच भय उत्पन्न हो गया और उन्होंने अपने घर खाली करना शुरू कर दिए। बीएसएफ से गोलीबारी रोकने की ‘‘अपील’’ करने के एक दिन बाद पाकिस्तान की ओर से यह गोलेबारी शुरू हुई। कल बीएसएफ की कार्रवाई में उनका एक जवान मारा गया था जिसके बाद उन्होंने यह अपील की थी। जम्मू के वरिष्ठ अधीक्षक विवेक गुप्ता ।ने बताया कि अरनिया में पाकिस्तान की ओर से की जा रही गोलेबारी में अभी तक एक महिला और एक एसपीओ सहित छह लोग घायल हो चुके हैं। गुप्ता ने को बताया कि मोर्टार स्थानीय पुलिस थाने पर गिरे, इस घटना में एसपीओ घायल हुआ।
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि हमले में 62 वर्षीय एक महिला दर्शना देवी भी घायल हो गई। ।उन्होंने बताया कि सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत ‘‘स्थिर’’ बतायी जा रही है। अरनिया के मुख्य बाजार में दर्जनों गोले गिरने से वहां अफरा – तफरी मच गई। ।इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा के समीप पांच किलोमीटर के दायरे में एहतियाती तौर पर सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीमा पार से सुबह करीब सात बजे से मोर्टार से गोले दागने शुरू हुए। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तानी रेंजरों ने तीन सीमा चौकियों पर हमला किया, वहां तैनात जवान भी इसका मुंह तोड़ जवाब दे रहे हैं। ’’सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर के नारायणपुर इलाके में कल रात पाकिस्तानी जवानों ने छोटे हथियारों और मोर्टार से बीएसएफ की अग्रिम चौकियों को निशाना बनाया था।
बीएसएफ ने 19 सेकंड का एक थर्मल इमैजिनरी फुटेज भी जारी किया था जिसमें बिना उकसावे के सीमा के उस ओर से गोलीबारी होने के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई में एक पाकिस्तानी चौकी ध्वस्त नजर नजर आ रही है। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से 15 मई से अब तक बिना किसी उकसावे के हुई गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो चुके हैं। जम्मू में गत शुक्रवार को हुई गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई थी और 11 अन्य घायल हो गए थे। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में इस साल अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी और गोलेबारी की घटनाएं बढ़ी हैं। सीमा पार से गोलीबारी और गोलेबारी की 700 से अधिक घटनाओं में 18 सुरक्षा कर्मियों सहित 38 लोग मारे गए तथा कई घायल हुए हैं।