भारतीय सेना के मान सम्मान और शौर्य को सलाम करते हुए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के बैनर तले चीनी वस्तुओं का अविष्कार और भारतीय वीर शहीद सैनिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
संवाददाता:हरिओम द्विवेदी कानपुर– आज कारगिल पार्क मोतीझील में स्थित शहीद स्तंभ पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पदाधिकारियों व नार्थ ईस्ट क्षेत्र से सेवानिवृत्त कर्नल डॉ जाहिद सिद्दीकी की उपस्थिति में चीन की सेना के साथ खूनी झड़प में मारते हुए 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए ऐसी गंभीर घटना के विरोध शहीद सैनिकों को नमन करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी व चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सेवानिवृत्त कर्नल डॉ जाहिद सिद्दीकी जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि चीन को जवाब देने की कई तरीके हैं उनमें से एक प्रभावी तरीका उसकी आर्थिक ताकत पर पूरी शक्ति से प्रहार करना है अर्थात चीन निर्मित वस्तुओं का प्रयोग बंद कर आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत देश की बनी वस्तुओं का का प्रयोग करना, भारतीय सेना विश्व की सर्वश्रेष्ठ सेना है वह हर परिस्थितियों में देश की अखंडता एवं संप्रभुता की रक्षा करने हेतु हर परिस्थितियों में तैयार है व चीनी सेना के हर हथकंडे का मजबूती से जवाब दे सकती है साथ हीचीन की नकारात्मक वैश्विक भूमिका को भी बताया।
उच्च शिक्षा संवर्ग प्रभारी डॉ मनोज अवस्थी ने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी शहादत को बेकार नहीं जाने देंगे।
प्रांतीय संयुक्त महामंत्री शैलेन्द्र द्विवेदी ने चीन द्वारा निर्मित सामानों के बहिष्कार की शपथ दिलाई ।
प्रमुख रूप से डॉ अजय जायसवाल,श्रीओम तिवारी,चंद्रदीप यादव, मो शाहिद,आनंद शुक्ला,अवनीश शुक्ला आदि उपस्थित रहे।