संवाददाता रज्जाक हुसैन।
सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए इस बार शांतिपूर्ण ढंग से रिफा कॉलोनी न्यू हैदरगंज लखनऊ में मनाया गया 12 रबी-उल-अव्वल का त्यौहार।
इस मौके पर भारतीय किसान मजदूर संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी अता खान, मोहम्मद यूसुफ, मोहम्मद अजीज, मोहम्मद सैफ, मोहम्मद नासिर, तथा आरिफ सैफी मौजूद रहे।
कोविड-19 को मद्दे नजर रखते हुए इस बार किसी तरह का कोई जुलूस नहीं निकाला गया, मोहल्लों में सबीले लगाकर लोगों को चाय, बिस्कुट, खीर तथा कोलड्रिंक लंगर के रूप में बांटी गई तथा आपसी भाई चारे के माहौल को बनाए रखा गया।
कहा जाता है कि 12 रबी-उल-अव्वल पैगंबर मुहम्मद साहब के पैदाइश का दिन है और इसी दिन पैगंबर मुहम्मद साहब (सल्ल.) के दुनिया से रुख्सत होने का भी दिन है इस लिए लोग इसे 12 वफात भी कहते हैं।
इस दिन लोग नमाज पढ़ते हैं और पैगंबर साहब के आदर्शों को याद करते हैं।पैगंबर मुहम्मद पूरी दुनिया के लिए अल्लाह की ओर से रहमत और बरकत बनाकर भेजे गए थे।उन्होंने लोगों को सच्चाई, भलाई, नेकी, सेवा और भाईचारे की शिक्षा दी। कहा जाता है कि रुख्सत से पहले पैगंबर साहब बारह दिनों तक अस्वस्थ रहे। इसके बाद वह दुनिया से रूहपोश हो गए थे, इसलिए उनकी याद में बारावफात मनाया जाता है। यह दिन इबादत, दान-पुण्य, भलाई और पैगंबर साहब की बताई नेकियों पर मनन करने और उन्हें जीवन में उतारने का दिन है। इस मौके पर लोग मस्जिदों में नमाज पढ़ते हैं और दुआएं मांगते हैं।