HARI OM GUPTA
नक्शे में पार्किंग होने के बावजूद निर्माण के दौरान पार्किंक का नही किया जाता निमार्ण
केडीए के अभियन्ताओं की रहती है मेहरबानी
कानपुर नगर, शहर भर में व्यावसायिक क्षेत्र तेजी से विकसित होते जा रहे है, जिधर देखो ऊंची-ऊची इमारते खडी होती नजर आ रही है वहीं नई व्यवसायिक इमारतों में पार्किंग निर्माण की व्यवस्था नही है और यहां शुरू हुए प्रतिष्ठानों में आगन्तुको के वाहन सडको के किनारे खडे हो रहे है, जिससे आम राहगीरो और वाहन सवारो को जाम से जूझना पडता है। दूसरी तरफ पार्किंग सिर्फ कागजों में है और वह भी केडीए अभियंताओं की मेहरबानी से।
शहर भर मेें लगातार व्यवसायिक क्षेत्र विकसित होते जा रहे है। स्कूल, नर्सिगं होम, अपार्टमेंट, गेस्ट हाउस तो बन रहे है लेकिन उनमें पार्किंग व्यवस्था पूरी तरह गायब है और यह सब केडीए के अभियन्ताओं की मेहरबानी से हो रहा है। बताते चले कि जहां व्याससाकिय निर्माण हो रही है सभी निमार्णो में पार्किंग व्यवस्था आवश्यक है। जहां नक्शे मानक के अनुसार पास होते है लेकिन यदि मौके पर देखा जाये तो कहीं भी पार्किंग का निर्माण नह होता है। शहर के सभी इलाको की स्थिति यही है। चुन्नीगंज चैराहे पर एक नर्सिंग होम का निर्माण हुआ जहां संडक सकंुचित है लेकिन पार्किंग गायब है, उर्सला अस्पताला से कचहरी रोड पर एक व्यवसायिक अपार्टमेंट में भी दुकाने तो काफी है लेकिन पार्किंग व्यवस्था नही है काकादेव क्षेत्र में कई व्यावसायिक निर्माण हो चुके है लेकिन यहां भी पार्किंग की कोई व्यवस्था नही है, यही विजय नगर, कल्याणपुर, स्वरूप नगर, बिहराहनारोड आदि क्षेत्रों की भी स्थिति है। कारण यह है कि नक्शे में तो पार्किंग व्यवस्था दर्शायी गयी है लेकिन निर्माण के समय पार्किंग गायब कर दी जाती है और ऐसा भी नही है कि यह मनमाना खेल बिना केडीए अभियन्ताओं की जानकारी में न हो रहा हो, बल्कि उनकी ही मेहबानी से बन रही इमारतों में पार्किंग व्यवस्था केवल कागजों तक ही सीमित रह गयी है। ऐसे स्कूल, नर्सिंग होम, गेस्ट हाउस के सामने वाहनो का जमावडा लगा रहता है जो जाम और वाहनसवारो के लिए परेशानी का कारण बनता है।