श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन : कथा सुनने से जीवन की दशा बदलती है.
विजय कुमार सिंह,अमेठी: यूं तो भागवत कथा का आयोजन और श्रवण सर्वदा सुखकारी है, लेकिन फाल्गुन मास में इसका फल अनंत गुणा फलदायी कहा गया है और फिर इस आयोजन का जो उद्देश्य है वो अत्यंत महत्वपूर्ण है.अतः इस आयोजन से किसी न किसी रुप में जुड़ा हर एक व्यक्ति महान पुण्य का भागीदार होगा ऐसा मेरा मानना है.ये उद्गार अयोध्या धाम से पधारे श्री प्रवीण कृष्ण प्रभु जी से ने मुसाफिरखाना विकास खण्ड के दुवरिया गाँव स्थित मठा शंकर कुटी पर आयोजित सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत् कथा ज्ञानयज्ञ के दिव्य आयोजन के दूसरे दिन कथा प्रारंभ करते हुए व्यक्त किये.।
उन्होंने दूसरे दिन भागवत कथा के महात्म्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह कथा मनुष्य का इहलोक और परलोक दोनों सुधारती है, केवल जरुरत है तो श्रद्धा से इसके श्रवण और निष्ठा से मनन करने की ।भागवत कथा के आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी और उपस्थित लोगों ने बड़े ध्यान से कथा का श्रवण-पान किया ।
बता दे कि यहाँ कथा का आयोजन आगामी 20 फरवरी तक चलेगा, जिसमें प्रतिदिन दोपहर 1.00 बजे से 5.00 बजे तक श्रीमद्भागवत कथा के विविध प्रसंगों पर कथा प्रवचन होगा.
ग्रामवासी भगवान बक्श,सिंह बृजराज सिंह,उमा नाथ सिंह,मंजीत सिंह,दिलीप कुमार सिंह,सतेंद्र बहादुर सिंह,जय प्रकाश सिंह,राकेश कुमार सिंह,चन्द्र भूषण तिवारी,रमाकांत तिवारी सहित सैकड़ों श्रद्धालु व ग्राम वासियो ने कथा-श्रवण पान कर महाराज जी से आशीर्वाद लिया ।