हरदोई।(अयोध्या टाइम् जिलाधिकारी पुलकित खरे ने अवगत कराया है कि वर्तमान में कोविड-19 वैश्विक महामारी का प्रकोप है और इस महामारी की कोई दवा अभी तक नहीं बनी है, ऐसे में शरीर को स्वस्थ्य बनाये रखने में प्रतिरोधक प्रणाली की भूमिका महत्वपूर्ण है तथा ऐसी स्थिति में इस रोग से बचाव हेतु शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में आयुर्वेरिक उपाय करना सबसे अच्छा है। उन्होने ने कहा कि आयु एवं स्वास्थ्य से जुड़ा विज्ञान होने के साथ ही आयुर्वेद प्राकृतिक साधनों के प्रयोग पर बल देता है तथा रोगों से बचाव का आयुर्वेदिक पक्ष मुख्यतः दिनचार्य एवं ऋतुचर्या पर आधारित है और आयुर्वेक शास्त्रों में वर्णित सरल उपायों के द्वारा व्यक्ति अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकता है।श्री खरे ने जनपद वासियों से कहा है कि कोविड-19 के संकट के दौरान स्वयं की देखभाल एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय के अनुसार सामान्य उपाय के तहत पूरे दिन केवल गरम पानी पियें व प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान करें, हल्दी, जीरा, धनिया तथा लहसुन आदि मसालों को भोजन बनाने में प्रयोग करें और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सुबह एक चम्मच चमनप्राश लें तथा मधुमेह के रोगी शुगर फ्री च्वनप्रास लें, तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च, शोठ (सूखी अदरक) एवं मुनक्का से बनी हर्बल टी/काढ़ा दिन में एक से दो बार पियें और इसमें स्वाद के अनुसार इसमें गुड़ या ताजा नींबू मिला सकते हैैैं इसके साथ गोल्डन मिल्क-150 मिली0 गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी चूर्ण मिला कर दिन में ऐ से दो बार लें। जिलाधिकारी ने कहा कि सामान्य आयुर्वेदिक उपाय के अन्तर्गत नित्य सुबह एवं शाम तिल/नायरिल का तेल या घी नाक के दोनों छिद्रों में लगायें, कवल-1 चम्मच तिल/नारियल तेल को लेकर दो से तीन मिनट तक कुल्ले की तरह मुंह में घुमायें और उसके बाद उसे कुल्ले की तरह थॅूक दें फिर गरम पानी से कुल्ला कर लें, ऐसा दिन में एक से दो बार करें तथा खाॅसी एवं गले में खरास होने पर दिन में एक बार कम से कम पुदीने के पत्ते/अजवाइन डाल कर पानी की भाॅप लें, खाॅसी या गले में खरास होने पर लौंग के चूर्ण में गुड़ या शहद मिला कर दिन में दो या तीन बार लें और ये उपाय सामान्य सूखी खाॅसी के लिए लाभदायक है तथा फिर भी अगर यह लक्षण बने रहते हैं तो डाक्टर से परामर्श अवश्य लें।