पीएसी के 217 जवानों का दीक्षान्त परेड/समारोह सकुशल सम्पन्न। एसपी अजय कुमार ने दिया सफलता का मूल मन्त्र।
संवाददाता:- हरिओम द्विवेदी मैनपुरी एसपी अजय कुमार ने तय समय प्रात: 10:00 बजे दीक्षांत परेड की सलामी ली। तदुपरांत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षुओं को प्रशस्ति पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया। इसके उपरांत सभी 217 जवानों को उनके कार्यकाल के दौरान संविधान का पालन करने और जनसेवा करने विषयक शपथ भी दिलवाई।
एसपी अजय कुमार ने अपने संबोधन में सभी को *अमूल्य विकास* नामक एक *नौ रत्न मन्त्र* भी दिया। और इसका मतलब भी निम्नलिखित प्रकार से समझाया-
*’अमूल्य’* यानि::
अ-अनुशासन (Discipline); म-मनोबल (Morale); ऊ-ऊर्जा (Energy Level); ल-लक्ष्य (AIM); य-योग्यता (Ability/Excellence).
*’विकास’* यानि::
वि-विशेषता (Specialisation); क-कार्य (Work); अ-आचरण (Conduct); व स-सत्य निष्ठा (Integrity).
*अमूल्य विकास* मन्त्र को समझाने के दौरान यह बताया कि इन नौ गुणों का निरन्तर चिंतन और पालन करने से सेवा भाव मज़बूत होता है, दक्षता में वृद्धि होती है तथा कार्यकाल के दौरान असहज स्थित और दण्ड का सामना नहीं करना पड़ता है।
इसके बाद एसपी ने *पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न स्व. अटल विहारी वाजपेयी जी द्वारा विरचित* कविता की निम्नलिखित पंक्तियों से जवानों में ऊर्जा का संचार करते हुए उन्हें क़दम से क़दम मिलाकर टीम भावना के साथ देश और समाज की सेवा करने हेतु प्रेरित किया-
*क़दम मिलाकर चलना होगा*
“कुश काँटों से सज्जित जीवन,
प्रखर प्यार से वंचित यौवन,
नीरवता से मुखरित मधुवन,
*परहित अर्पित अपना तन मन,*
जीवन को शत् शत् आहुति में,
जलना होगा, गलना होगा…,
*क़दम मिलाकर चलना होगा,*
*क़दम मिलाकर चलना होगा ।”*
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों के रूप में ज़िलाधिकारी व सीडीओ मैनपुरी द्वारा उपस्थिति रहकर सभी का उत्साह वर्धन किया गया।